57 नकलचियों में दस नहीं हो पाए चिन्हित
देहरादून। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने वन आरक्षी भर्ती प्रक्रिया में धांधली की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर चिन्हित किए गए 57 में से 47 नकलचियों की पहचान की गई है। जिन नकलचियों की पहचान नहीं हुई है, माना जा रहा है कि वह हरिद्वार जिले के सात परीक्षा केंद्रों से हैं। इन सात परीक्षा केंद्रों में 2946 अभ्यर्थियों को 16 फरवरी 2021 को फिर से परीक्षा देनी होगी।
आयोग के सचिव संतोष बडोनी द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति के अनुसार वन आरक्षी भर्ती 16 फरवरी 2020 को आयोजित की गई थी। परीक्षा में नकल होने की प्रमाणित शिकायत मिलने के बाद जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी ने जांच में पाया कि 57 अभ्यर्थियों ने ब्लूटूथ के जरिये परीक्षा में नकल की थी। एसआईटी 47 नकलचियों की पहचान कर पाई, लेकिन 10 अभ्यर्थियों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
आयोग को एसआईटी की जांच आख्या 18 जनवरी 2021 को प्राप्त हुई। 19 जनवरी 2021 को आयोग की इस संबंध में बैठक हुई। आयोग ने निर्णय लिया कि जिन अभ्यर्थियों ने नकल की है, वे हरिद्वार के सात परीक्षा केंद्र हैं। इन सात परीक्षा केंद्रों की 16 फरवरी को फिर से परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। ताकि नकल करने वालों को किसी तरह का लाभ न मिले। इन सात परीक्षा केंद्रों में परीक्षा देने वाले 2946 अभ्यर्थियों को निर्देशित किया गया है कि वह उक्त दिन को परीक्षा केंद्र पहुंचकर पुनरपरीक्षा में शामिल हों, ऐसा न करने पर उन्हें चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाएगा।