प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। भविष्य बदरी मोटर मार्ग की मांग को लेकर एक बार फिर आंदोलन के स्वर उठने लगे है। एसडीएम को ज्ञापन देकर सडक निर्माण की दिशा मे कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
भविष्य बदरी मोटर मार्ग निर्माण के लिए ग्रामीणों ने विगत 18जुलाई से 01अगस्त तक लंबा आंदोलन चलाया था। तब एक प्रतिनिधि मंडल ने बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भटट व भाजपा जिलाध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल के नेतृत्व मे सीएम से भेंट की थी। सीएम ने पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को यथाशीध्र सडक निर्माण की डीपीआर तैयार कर वन भूमिहस्तांरण की प्रक्रिया पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए थे। और पीएमजीएसवाई द्वारा भी नवबर/दिसबंर माह तक सभी प्रक्रियाएं पूरी कर सडक की निविदाएं आमंत्रित करने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन नंवबर माह बीतने के बाद भी जब इस दिशा मे काई प्रगति नही दिखी तो ग्रामीणों ने एक बार फिर डीएम व एसडीएम को अलग-अलग ज्ञापन देकर भविष्य बदरी मोटर मार्ग निर्माण की कार्यवाही शीध्र पूरा कराने का आग्रह किया है।
डीएम व एसडीएम को दिए ज्ञापन मे भविष्य बदरी संघर्ष समिति के अध्यक्ष सौरभ सिंह,व जयदीप खंडवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री से हुई वार्ता के बाद ग्रामीणों ने अपना आंदोलन स्थगित किया था। लेकिन सडक निर्माण की दिशा मे कोई कार्यवाही ग्रामीणों को नही दिख रही हैं। ज्ञापन मे कहा गया है कि यदि कार्यदायी विभाग का यही रवैया रहा तो ग्रामीणों को एक बार फिर सडक के लिए सडको पर उतरने के लिए विवश होना पडेगा।
संपर्क करने पर पीएमजीएसवाई के ईई राजकुमार ने बताया कि शीध्र ही पर्यावरण मंत्रालय की इंपावर कमेटी की बैठक होनी है। जिसमे उत्तराखंड के 285सडको की डीपीआर संस्तुत होनी है। उन्होने कहा कि दिसबंर अंतिम सप्ताह या जनवरी प्रथम सप्ताह तक हर हाल मे डीपीआर सस्तुत हो जाऐगी।