
फोटो- संस्कृत महाविद्यालय जोशीमठ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। संस्कृत महाविद्यालय जोशीमठ में प्रवेश प्रांरम्भ हो गए हैं।
चारधाम देवस्थानम प्रबंन्धन बोर्ड द्वारा संचालित श्री बदरीनाथ वेद-वेदांग स्नातकोत्तर संस्कृत महाविद्यालय की माध्यमिक कक्षाओं कक्षा 6से 9वीं तक प्रवेश प्रारंम्भ हो गए हैं। इस महाविद्यालय मंे कक्षा 6 से कक्षा 12 के साथ ही शास्त्री व आचार्य तक की निशुल्क शिक्षा के साथ ही आवास व भोजन की व्यवस्था भी निशुल्क की जाती हैं।
आद्य जगदगुरू शंकराचार्य की तपस्थली ज्योर्तिमठ-जोशीमठ में वर्ष 1958 में स्थापित यह महाविद्यालय उत्तराखंड मंे प्राच्य विद्या के प्रसार का एक महत्वपूर्ण केन्द्र है। जिसमे प्राच्य शिक्षा के साथ ही उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा परिषद के निर्देशन में माध्यमिक कक्षाओं मंे आधुनिक विषयों का अध्ययन भी कराया जाता है। जबकि स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर उत्तराख्ंाड संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार से संबद्ध है। ज्योर्तिमठ बदरीकाश्रम मे स्थित इस महाविद्यालय को साहित्य, ज्योतिष, वेद,वेदान्त, न्याय एंव ब्याकरण विषयों की मान्यता है, साथ ही विज्ञान, राजनीति विज्ञान गृह विज्ञान, कम्यूटर विज्ञान तथा अंग्रेजी भाषा का अध्ययन भी स्नातक स्तर तक कराया जाता है। इस महाविद्यालय से अध्ययन कर चुके स्नातक एंव आचार्य उपाधि धारक छात्र एवं छात्रांए देश एंव विदेश मे शिक्षा, प्रशासन, सेना ब्यापार, धर्मप्रचार पौरिहत्य जैसे अनेक क्षेत्रों मे योगदान दे रहे हैं।
महाविद्याल के प्रभारी प्रधानाचार्य अरविन्द प्रकाश पंन्त ने संस्कृत शिक्षा ग्रहण करने के इच्छुक छात्रों को प्रवेश के लिए पंहुचने की अपेक्षा की है।












