ज्योतिर्मठ 09 सितंबर।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्योतिर्मठ में हिमालय दिवस के अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर प्रीति कुमारी द्वारा छात्र-छात्राओं, प्राध्यापक वर्ग और कर्मचारियों को हिमालय बचाने की सामूहिक शपथ दिलाई गई।
मंगलवार को महाविद्यालय परिसर मे आयोजित कार्यक्रम के दौरान अपने प्रेरक उद्बोधन में प्राचार्य ने कहा कि हिमालय केवल नारों,यदा- कदा की भावनात्मक अभिव्यक्तियों और मंचों के औपचारिक प्रवचनों से नहीं बचेगा बल्कि देवभूमि उत्तराखंड के सभी नागरिकों को हिमालय के संरक्षण और संवर्धन के लिए सामूहिक संकल्प लेना होगा और उसका पालन करना होगा।
उन्होंने कहा कि देवतात्मा हिमालय स्वयं में जीवन ऊर्जा का स्वरूप है और भारत के लिए उसका धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक महत्व होने के साथ साथ सामरिक दृष्टि से भी बहुत महत्व है।
प्रोफेसर कुमारी ने कहा विकास की नीतियां और योजनाएं हिमालय की आत्मा पर प्रहार न करें, इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखा जाना चाहिए। प्राचार्य ने जोड़ा कि हिमालय के रहवासियों को इस पावन उत्तरदायित्व को समझना होगा और उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे विचारवान युवाओं को हिमालय के अस्तित्व की ओर उठने वाली प्रत्येक वक्रदृष्टि का शमन करना होगा। इस अवसर पर समस्त महाविद्यालय परिवार उपस्थित रहा ।