देहरादून। उत्तराखंड के युवाओं और निम्न वर्ग के समुदायों को सशक्त बनाने के तहत देहरादून स्थित एसडीसी फाउंडेशन ने रैम्बोल के साथ मिलकर प्रोजेक्ट पहल की शुरुआत की है। यह नौ महीने की सामाजिक शिक्षा और क्षमता निर्माण की पहल है।
प्रोजेक्ट पहल चार मूलभूत स्तंभों पर आधारित है जिसमें डिजिटल साक्षरता, उद्यमिता, सामाजिक नेतृत्व और करियर विकास शामिल हैं। इनका उद्देश्य युवा प्रतिभागियों को व्यावहारिक कौशलों से लैस करना, उन्हें रोजगार योग्य बनाना और उन्हें आत्मविश्वासी, सामाजिक रूप से जागरूक नागरिक के रूप में तैयार करना है।
प्रशिक्षण मॉड्यूल में स्टोरीटेलिंग, नवाचार, करियर निर्माण के लिए एआई का उपयोग, समस्या समाधान, नेतृत्व और डिजिटल साक्षरता जैसी आवश्यक जानकारी शामिल हैं। साथ ही प्रतिभागियों को लैंगिक हिंसा, जलवायु परिवर्तन और मानसिक स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों से भी परिचित कराया जाएगा जिससे वे जमीनी स्तर पर समावेशी समाधान विकसित कर सकें।
पहल कार्यक्रम के शुभारंभ पर कॉरपोरेट और सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय मुख्य अतिथि सुधीर साहनी ने कहा को उत्तराखंड के युवाओं में अपार संभावनाएं हैं। सही कौशल और मार्गदर्शन मिलने पर वे समावेशी विकास के अग्रदूत बन सकते हैं। प्रोजेक्ट पहल उन्हें अपने प्रयासों और सपनों को पूरा करने में सहयोग करेगा।
स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों में 4 दशक का अनुभव रखने वाले विशिष्ट अतिथि अनूप बडोला ने कहा कि प्रोजेक्ट पहल केवल कौशल विकास तक सीमित नहीं है। यह उन युवाओं में आत्मविश्वास और जिज्ञासा पैदा करने का प्रयास है, जो अक्सर केवल जीने की चिंता में उलझे रहते हैं। प्रोजेक्ट पहल उन्हें सीखने, अपने विचारों को अभिव्यक्त करने और नेतृत्व करने का मंच प्रदाय करेगा।
एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने रैम्बोल कंपनी का आभार जताते हुए कहा कि
प्रोजेक्ट पहल उनकी संस्था के द्वारा एक नई शुरुआत है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में प्रोजेक्ट पहल को वृहद स्वरूप देने का प्रयास करते हुए एडीसी फाउंडेशन उत्तराखंड के युवाओं के विकास में भी योगदान दे पायेगी।
कार्यक्रम के दौरान एडीसी फाउंडेशन के एक्सपर्ट ऋषभ श्रीवास्तव और गौतम कुमार ने प्रतिभागियों के साथ समस्त जानकारी साझा की। प्रेरणा रतूड़ी, दिनेश सेमवाल, प्यारे लाल, प्रवीण उप्रेती और कई युवा प्रतिभागी उपस्थित रहे।