थराली से हरेंद्र बिष्ट।
थराली-देवाल-मुंदोली मोटर सड़क को किमी 2 में बड़े वाहनों के संचालन के लिए खोले जाने के लिए पत्थरों में ब्लास्टिंग किए जाने एवं चीड़ के पेड़ों को काटे जाने की परमीशन देने के लिए उपजिलाधिकारी थराली ने जिलाधिकारी को पत्र भेज कर परमीशन मांगी है। जबकि लोनिवि थराली ने पिंडर नदी से सड़क तक आरसीसी दिवार निर्माण का आंगणन तैयार कर स्वीकृति के लिए भेज दिया हैं। इधर आम जनता भी इस महत्वपूर्ण सड़क को बड़े वाहनों के संचालन के लिए खोलने की मांग करने लगी हैं।
इस 18 जून को क्षेत्र में तीन दिनों तक हुई मूसलाधार बारिश के बाद पिंडर नदी के उफान पर आने के कारण थराली-देवाल मोटर सड़क किमी 2 में करीब 40 मीटर से अधिक नदी में बह गई थी। जिससे सड़क यातायात के लिए बंद हो गई थी। बाद के दिनों में लोनिवि थराली के द्वारा क्षतिग्रस्त मोटर सड़क को छोटे वाहनों के यातायात के लिए तों खोल दिया था। किंतु सड़क के हिल साइड़ में बढ़े बोल्डर एवं पेड़ों के होने एवं खड्ड साइड में नदी के कारण सड़क के बह जाने के से सड़क को आज तक भी बड़े वाहनों के संचालन के लिए नही खोला जा सका है।
इस संबंध में लोनिवि थराली के अधिशासी अभियंता सतवीर सिंह यादव ने उपजिलाधिकारी थराली सुधीर कुमार को एक पत्र भेज कर बोल्डरो को तोड़ने के लिए सीमित ब्लास्टिंग करने एवं चीड़ के पेड़ों को हटाने की इजाजत देने की मांग की थी। जिस पर एसडीएम ने अपनी आख्या देते हुए जिलाधिकारी से जनहित में सीमित ब्लास्टिंग एवं पेड़ों को काटने के सिफारिश की है। ईई यादव ने कहा कि इजाजत मिलते ही सड़क को बड़े वाहनों के संचालन के लिए खोलने के प्रयास कर दिए जाएंगे। साथ ही बताया कि सड़क के खड्ड साइड में पिंडर नदी से सड़क तक आरसीसी दिवार निर्माण का आंगणन तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजा गया हैं स्वीकृति मिलते ही इस पर भी कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
इधर देवाल के पूर्व प्रमुख देवी दत्त कुनियाल,सवाड़ वार्ड की जिला पंचायत सदस्य आशा धपोला ने तत्काल थराली-देवाल मोटर सड़क को बड़े वाहनों के संचालन के लिए खोले जाने की मांग करते हुए कहा है कि ऋषिकेश, देहरादून सहित गढ़वाल से देवाल क्षेत्र के लिए आने वाले बड़े वाहनों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। बताया कि सड़क के बड़े वाहनों के लिए बंद होने के कारण दिल्ली-देवाल एवं देहरादून-देवाल रोड़वेज की बसों के साथ ही अन्य बस सेवाएं बंद पड़ी होने के कारण आम आदमी को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं।