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01-हिमक्रीडा केन्द्र औली मे बर्फबारी का आंनद उठाते पर्यटक ।
02-जोशीमठ मुख्य बाजार मे भी करीब पाॅच इंच तक बर्फ जमी ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। पूरे सीमावर्ती क्षेत्र ने ओढी बर्फ की सफेद चादर। नीती-माणा घाटियों के साथ ही विश्व विख्,यात हिमक्रीडा केन्द्र औली भी बर्फ से हुआ लबालब। जोशीमठ व औली मंे सैलानी बर्फ का आंनद उठाते रहे। भारी बर्फबारी के कारण विद्युत आपूर्ति भी ठप हुई।
मौसम विभाग की सटीक भविष्यवाणी एक बार फिर सच साबित हुई है। मौसम विभाग द्वारा जारी 12व 13दिसबंर को भारी बर्फबारी का असर साफ देखा जा रहा है। 12दिसबंर को जहाॅ ऊॅचाई वाले क्षेत्रों औली व गौरसौं बुग्याल, बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब, फूलो की घाटी, चनाप घाटी ,उर्गम घाटी के साथ नीती माणा घाटियों मे बर्फबारी हुई वही 13दिसबंर को सुबह से निचले इलाकों मे जोरदार हिमपात शुरू हुआ जो समाचार भेजे जाने तक जारी था। ताजे हिमपात ने पूरे जोशीमठ नगर सहित गोविंदघाट, पुलना, पांडुकेश्वर, बडागाॅव तपोवन, सेलंग, पैनी व हेलंग सहित विष्णुप्रयाग तक के क्षेत्र को बर्फ से लबालब कर दिया है। बदरीनाथ व हेमकुंड साहिब मे करीब छ फीट तक बर्फ जमने के समाचार मिले है। जबकि विश्व विख्यात हिमक्रीडा केन्द्र औली के जीएमवीएन कैपंस तक करीब तीन फीट व रोप वे के दस नंबर टावर के आस-पास करीब चार फीट तक बर्फ जम चुकी है। भारी बर्फबारी के कारण पर्यटको के वाहन औली तक नही पंहुच पा रहे है।
भारी हिमपात के कारण औली सहित अन्य ऊॅचाई वाले क्षेत्रो मे बीती रात्रि से ही विद्युत आपूर्ति एकदम ठप्प हो गई थी। लेकिन शुक्रवार को निचले इलाकों मे जगह-जगह बर्फ के वनज से पेडो के टूटने के कारण विद्युत आपूर्ति ठप्प हो गई है। बर्फबारी के कारण बाजारो मे सन्नाटा पसरा हुआ है। स्कूल/कालेज की जिला प्रशासन द्वारा पहले ही छुटटी की घोषणा कर दी गई थी।