फोटो– भारी बर्फबारी के बाद बदरीनाथ मंदिर परिसर व सिंहद्वार बर्फ से पटा हुआ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। बदरीनाथ सहित ऊॅचाई वाले क्षेत्रों मे एक बार फिर हिमपात शुरू हुआ। ठंड फिर लौटी। बीआरओ ने बदरीनाथ हाईवे से बर्फ हटाने का काम शुरू किया।
पिछले दो-तीन दिनो से मौसम मे खुशमिजाजी के बाद अचानक मौसम ने फिर करबट बदल ली है। सीमावर्ती क्षेत्र मे सुबह से बादल छाए थे और सायं होते-होते बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब, गौरसैां बुग्याल के साथ ही नीती-माणा घाटियों मे बर्फबारी शुरू होने के समाचार मिले है। बदरीनाथ मंदिर परिसर व ंिसंहद्वार का क्षेत्र बर्फ से लबालब है।
इस वर्ष तो मौसम ने गजब ही ढा रखा है। पिछले नंवबर से शुरू हुई बर्फबारी का सिलसिला मार्च मे भी जारी है। कुछ दिन मौसम ठीक रहने के बाद अचानक वारीश व बर्फबारी होने से ठंड जाते-जाते लौट रही है। इस बीच बीआरओ के सामने कपाट खुलने से पूर्व बदरीनाथ तक सडक से बर्फ हटाने की चुनौती है तो सेना के सामने हेमकुंड साहिब तक के पैदल मार्ग को आवाजाही के लिए खोलने की चुनौती है। इस वर्ष श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 10मई को तथा हेमकुंड साहिब-लोकपाल के कपाट 25मई को खोले जाने हैं। लेकिन बदरीनाथ धाम मे करीब दस से बारह फीट तक बर्फ की मोटी परत जमी है जबकि हेमकुंड साहिब मे करीब इतनी ही बर्फ जमी है। ऐसे मे पंहुच मार्ग को तय समय से पूर्व खोलना किसी चुनौती से कम नही है। वो भी तब जब मौसम का मिजाज हर दूसरे दिन बदल रहा हो।
हाॅलाकि बीआरओ की सडक निर्माण कंपनी ने लामबगड से बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया था जो अब हनुमान चटटी तक बर्फ हटाते हुए पंहुच गए है। लेकिन हनुमान चटटी के बाद तो न केवल सडक बर्फ से पटी है ब्लकि कई हिमखंड भी सडक पर है। ऐसे मे सडक साफ करना और रडागं बैण्ड से लेकर कंचन गंगा तक के हिमखंडो को काटकर मार्ग बनाना किसी चुनौती से कम नही है।
बीआरओ की 75सडक निर्माण कंपनी के कमान अधिकारी मेजर पीसी सरकार के अनुसार हनुमान चटटी से बदरीनाथ-माणा तक कई स्थानों पर भारी हिमखंड पडे है। लेकिन बीआरओ ने इस वर्ष सडक खोलने का कार्य जल्द शुरू कर दिया है। और हर हाल मे कपाटोदघाटन से पूर्व सडक को खोल दिया जाऐगा।