
फोटो- हेलीपेड निर्माण के ओदश को निरस्त करने की मांग को लेकर ज्ञापन देते पालिकासभासद ।
फाइल फोटो- रविग्राम प्रस्तावित स्टेडियम के एक क्रिकेट मैच के दौरान।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। जोशीमठ के रविग्राम में हेलीपेड नहीं स्टेडियम का निर्माण किया जाय। जिलाधिकारी के ताजे आदेश के बाद पूरे क्षेत्र में उबाल। विधायक को ज्ञापन भेजकर उनकी मौजूुदगी में निर्वतमान मुख्यमंत्री द्वारा स्टेडियम निर्माण की घोषणा की याद दिलाते हुए हेलीपेड निर्माण के प्रस्ताव को तत्काल निरस्त करने की मांग की।
सीमांन्त विकास ख्ंाड जोशीमठ मे वर्षो से एक स्टेडियम निर्माण की मांग की जा रही थी। इसे देखते हुए पूर्व सीएम हरीश रावत ने जोशीमठ मे न केवल स्टेडियम निर्माण की घोषणा की, ब्लकि स्टेडियम के प्रारंभिक निर्माण के लिए 15लाख रूपये की धनराशि भी स्वीकृत की। और 15 लाख की धनराशि से स्टेडियम में कुछ कार्य भी किए गए। जब उसके बाद भी स्टेडियम निर्माण की कार्यवाही नहीं हुई तो इस मसले को निर्वतमान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत के सम्मुख ले जाया गया। और उन्हांेने जोशीमठ-परसारी में बीआरओ द्वारा निर्मित एक पुल के उदघाटन मौके पर रविग्राम में स्टेडियम निर्माण की घोषणा की थी।
दो-दो मुख्यमंत्रियों की घोषणा के बाद अब इस भूमि को हेलीपेड निर्माण के लिए नागरिक उडउयन विभाग को हस्तान्तरित किए जाने के जिलाधिकारी के ताजे आदेश के बाद मामला गरमा गया है। इस आदेश के आते ही पूरे क्षेत्र मे भारी रोष ब्याप्त हैं। गुस्साए पालिका सभासदो ने एसडीएम के माध्यम से बदरीनाथ के विधायक को ज्ञापन भेजकर तत्काल हेलीपेड के आदेश को निरस्त करने की मांग की है। भेजे गए ज्ञापन मे कहा गया है कि सीमांत क्षेत्र जोशीमठ के पचास हजार से अधिक आबादी के केन्द्र जोशीमठ मे एक स्टेडियम निर्माण की मांग की जाती रही हैं। और पूर्व मे जोशीमठ के रविग्राम मे स्टेडियम निर्माण की घोषणाएं भी की जा चुकी है। जोशीमठ मे स्टेडियम नही होने के कारण ख्ेाल प्रतिभाओ को भी आगे बढने का अवसर नही मिल पा रहा है। इसके अलाव राष्ट्रीय पर्व के आयोजन व विभिन्न विभागो की रैलियों व ख्ेालकूद प्रतियोगिताओं के लिए भी रविग्राम प्रस्तावित स्टेडियम एक मात्र सुलभ स्थान हैं। ज्ञापन मे कहा गया है कि यदि उक्त भूमि पर हेलीपेड का निर्माण करने का प्रयास किया गया तो समस्त क्षेत्रीय जनता ब्यापक आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
लेकिन अब जिलाधिकारी द्वारा 18फरवरी 2021 को जारी आदेश जिसमे उन्होने रविग्राम की उक्त भूमि जो पिटकुल के नाम दर्ज अभिलेख है उक्त भूमि को हेलीपेड निर्माण हंतु नागरिक उडउयन विभाग का हस्तान्तरित करते हुए पिटकुल को तहसील जोशीमठ अन्तर्गत उपयुक्त भूमि प्रस्तावित किए जाने के निर्देश एसडीएम को दिए गए है। इस आदेश के बाद वर्षो से स्टेडियम की वाट जोह रहे सीमान्तवासियों भारी रोष है।
दिए गए ज्ञापन पर पालिका सभासदगण समीर डिमरी, अमित सती, गौरव नंबूरी, आरती उनियाल, प्रदीप भटट, कल्पेश्वरी देवी, नितिन ब्यास, दिक्का देवी व मनोनीत सभासद अंशुल भुज्वांण के हस्ताक्षर है।