फोटो– यात्रा शुरू करने के विरोध मे ज्ञापन सौपते तीर्थपुरोहित ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। ब्रहमकपाल तीर्थपुरोहित महापंचायत ने यात्रा शुरू कराने का विरोध तेज किया। राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर कोरोना संक्रमण का स्तर कम होने तक प्रस्तावित चारधाम यात्रा पर रोक लगाने के निर्देश राज्य सरकार को देने की मांग की है।
मोक्ष धाम बदरीनाथ के ब्रहमकपाल तीर्थपुरोहित महापचंायत के प्रतिनिधियों ने यहाॅ एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है। जिसमे कहा गया है कि उत्तराखंड के चारोधाम अभी तक कोरोना संक्रमण से मुक्त है, यदि राज्य स्तर के श्रद्धालुओ के लिए भी यात्रा शुरू की जाती है तो इससे कोरोना संक्रमण के धामों तक पंहुचने की संभावनाएं बनी रहेगी क्योंिक राज्य मे भी कोरोना के केस दिन प्रतिदिन बढते जा रहे है। ऐसे मे यदि संक्रमण धामों तक पंहुचा तो सनातन पूजा पद्धति तो बाधित होगी ही अपितु इलाज के अभाव मे यह धामों मे तेजी से फैलेगा।
ब्रहमकपाल तीर्थपुरोहित महापंचायत के अध्यक्ष उमानंद सती के अनुसार धामों मे अभी होटल, धर्मशालाएं नही खुल सकी है। ऐसे मे यदि राज्य का भी कोई श्रद्धालु वहाॅ पंहुचता है तो उनके रहने व खाने का प्रबंध कैसे होगा,, इसके अलावा वर्षात का सीजन शुरू हो गया है, बदरीनाथ मार्ग पर लामबगड स्लाइड जोन विन वर्षात के ही अवरूद्ध हो जाता है वर्षात मे अवरूद्ध होना स्वाभाविक है। उनका कहना था कि देवस्थानम बोर्ड का मसला उच्च न्यायालय मे चल रहा है ऐसे मे देवस्थानम बोर्ड द्वारा लिया जाने वाला कोई भी निर्णय संविधान के खिलाफ है।
श्री सती ने कहा कि तीर्थपुरोहितों को विश्वास मे लिए विना यदि देवस्थानम बोर्ड इस प्रकार के निर्णय लेता रहेगा तो चारो धामों के तीर्थपुरोहितो को आंदोलन के लिए बाध्य होना पडेगा।
राज्य पाल को भेजे गए ज्ञापन पर ब्रहमकपाल तीर्थपुरोहित महापचंायत के अध्यक्ष उमानंद सती के अलावा राकेश चंद्र सती, मदन कोठियाल, अमित सती , दीनदयाल कोठियाल, संजय हटवाल, जे0पी0हटवाल, संजय सती, मुकेश नौटियाल, सतीश सती ,विशंबंर दत्त नौटियाल, दीपक सती व विवेक सती आदि के हस्ताक्षर है।












