रिपोर्ट- सत्यपाल नेगी
रुद्रप्रयाग – जनपद रुद्रप्रयाग मे ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल निर्माण कार्य मे लगी मेघा कम्पनी के विरोध में मरोड़ा-घोलतीर के ग्राम प्रधान बीरेंद्र राणा द्वारा विभिन्न मुद्दों को लेकर ग्रामीणों के साथ काम रोको धरना प्रदर्शन किया गया,मगर कम्पनी के सामने प्रदर्शन के दौरान ग्रामीण ही आपस में उलझते दिखे,प्रभावित युवाओ ने प्रधान पर बाहरी क्षेत्रो के लोगों को लगवाने की पैरवी करने का आरोप लगाया। आपको बताते चले कि ग्राम पंचायत मरोडा-घोलतीर में रेलवे द्वारा निर्माण कार्य किया जा रहा है,ग्राम प्रधान बीरेंद्र राणा ने मेघा कम्पनी पर रेलवे प्रभावित ग्रामीणों को रोजगार ना देने व गाँव के रास्तों सहित अन्य मांगो को लेकर काम रोको प्रदर्शन किया गया,प्रधान राणा ने आरोप लगाते हुए कहा कि रेल निर्माण कम्पनी बाहरी लोगों को लगा रही है,साथ ही गाँव के रास्तों सहित अन्य समस्याओं पर ध्यान नही दे रही है जिसको लेकर काम रोको प्रदर्शन किया गया.प्रधान ने अपने ऊपर लगे बाहरी लोगों को लगाने के आरोपों को निराधार बताया।
वही मौके पर मौजूद ग्रामीणों ओर ग्राम प्रधान के बीच ही आपस मे बाहरी गाँवों के लोगों को लगवाने को लेकर जोरदार बहस शुरु हो गई,आरोप प्रत्यारोप चलता रहा.प्रभावित युवाओ ने कहा कि प्रधान गाँव के लोगों के बजाय अन्य गाँवो के लोगों को नौकरी देने की सिफारिश कर कम्पनी के अधिकारीयों पर दबाव बना रहे हैं,जबकि हमारी ग्राम सभा के प्रभावित लोग इधर उधर भटक रहे हैं।इधर स्थानीय युवाओ ने ग्राम प्रधान पर आरोप लगते हुए कहा कि प्रधान द्वारा कम्पनी के अधिकारियों पर दबाव बनाकर गाँव के कई प्रभावितों को रेलवे कम्पनी मे रोजगार देने के लिए मना किया जा रहा है,जिससे ग्रामीण नाराज है,ग्रामीणों ने कहा पहले गाँव के प्रभावित व गाँव के ही लोगों को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार दिया जाना चाहिए,उसके बाद अन्य क्षेत्र के लोगों को। ग्रामीणों के हंगामे को देखते हुए घोलतीर पुलिस चौकी इंचार्ज एसआई सुरेश कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुँचे और कम्पनी के अधिकारियों व ग्रामीणों के साथ बैठकर मामले को शांत करवाया,ओर कार्य प्रारम्भ किया गया।
इस अवसर पर मेघा कम्पनी के HR बी.एस.यादव ने कहा कि ग्राम प्रधान बाहरी गाँव के लोगों को लगवाने की धमकी देने के नाम पर काम रुकवा रहे हैं,जबकि प्रधान को अपनी ग्राम पंचायत के लोगों को रोजगार देने की प्राथमिकता देनी चाहिए थी,इसी ईगो को लेकर प्रधान ग्रामीणों को गलत गुमराह करके काम रुकवाने की धमकी दे रहे है,उन्होंने कहा कि कम्पनी द्वारा मरोडा,मवाना,नगरासू के 83 लोगों को नौकरी पर रखा गया है,साथ ही टोटल 163 स्थानीय लोगों को नौकरी दी गई है। वहीं कम्पनी के HR बी.एस.यादव ने अपील करते हुए कहा कि रेलवे निर्माण भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना है,बार-बार इस तरीके से काम रुकवाने से करोड़ो का नुकसान होता है ओर कार्य की प्रगति में भी बाधा होती। हालांकि अंत में पहले प्रभावित ग्रामीण युवाओं को रोजगार मे प्राथमिकता देने उसके बाद ग्रामीणों की पैरवी करने पर प्रधान से सहमति पत्र कम्पनी के अधिकारीयों दिया गया।