देहरादून। गढ़वाल कमिश्नर श्री सुशील कुमार से उत्तराखंड क्रांति दल का शिष्ट मण्डल वरिष्ठ नेता डॉ शक्ति शैल कपरूवाण के नेतृत्व में हेलंग प्रकरण को लेकर भेंट हुई। शिष्ट मण्डल में एडवोकेट दीपक रावत, सुनील ध्यानी, विजेंद्र रावत, संजीव भट्ट साथ में रहे।
डॉ कपरूवाण ने वार्ता करते हुए हेलंग प्रकरण को लेकर आक्रोश करते हुए कहा कि पहाड़ के लोग जो पहाड़ों में रह रहे हैं, उनका सरकारी तंत्र उत्पीड़न कर रहा है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हेलंग प्रकरण के दोषियों को दण्डित किया जाय। कमिश्नर सुशील कुमार ने आश्वत किया कि सोमवार को इस प्रकरण के सभी विन्दुओं पर विश्लेषण करके दोषियों को दण्डित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कही ऐसा क़ानून जो स्थानीय लोगो के हकों के लिए बाधक होगा उसमे शिथिलता के लिए सरकार से आग्रह किया जायेगा।
सेवा में,
आयुक्त गढ़वाल
केम्प कार्यालय
देहरादून
विषय-हेलंग घसियारी महिलाओं की उत्पीड़न की जांच एवं दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करने के संदर्भ में एवं समस्त उत्तराखंड के मूल निवासियों को घास एवं लकड़ी लाने पर लगाए गए सरकारी प्रतिबंध को हटाने के संदर्भ में।
महोदय,
दिनांक 15 जुलाई 2022 को उत्तराखंड पुलिस एवं सीआइएसएफ कर्मियों ने हेलंग जोशीमठ में घास लाती हुई महिलाओं को गिरफ्तार कर पुलिस स्टेशन में घंटों कैद करके रखा, जो एक अमानवीय घटना तो है ही महिला उत्पीड़न की आयोजित गंभीर घटना है एवं गैर कानूनी है। जिसमें कंपनी टीएचडीसी के मालिकों की संलिप्तता है। हेलंग महिला उत्पीड़न ने साबित कर दिया है कि उत्तराखंड के मूल निवासियों के उन्हीं के पूर्वजों द्वारा पोषित पहाड़ के जल जंगल जमीन पर से केंद्र व राज्य सरकार ने मौलिक अधिकार छीन लिए हैं और पहाड़ी क्षेत्र में कृषि, पशुपालन, उद्यान जैसे पारंपरिक और मौलिक व्यवसाय पर सरकार ने प्रत्यक्ष प्रतिबंध लगा दिया है।
उत्तराखंड क्रांति दल की मूल धारणा, उद्देश्य और संघर्ष यही रहा है कि उत्तराखंड के मूल निवासियों को उनकी जल, जंगल, जमीन संबंधी अधिकार उन्हें उन्हें वापस दिए जाएं। हेलंग महिला उत्पीड़न से आहत होकर उत्तराखंड क्रांति दल ने पूरे उत्तराखंड में जिला अधिकारियों के माध्यम से राज्य सरकार व मुख्यमंत्री से दोषियों को कठोर सजा देने की मांग की है। हेलंग अपनी पार्टी के हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं फैक्ट फाइन्डिग कमेटी के चेयरमैन डी के जोशी को भेजकर उनसे रिपोर्ट प्राप्त की है और एक दूसरा प्रतिनिधिमंडल भी हेलंग गया है। क्योंकि उत्तराखंड क्रांति दल महिला सम्मान पर होने वाले किसी भी हमले के विरुद्ध गंभीरता से लड़ाई लड़ता है ।
माननीय मुख्यमंत्री ने आपको हेलंग महिला उत्पीड़न की जांच कर दोषियों को सजा देने का आदेश दिया है। आपसे अनुरोध है कि हेलंग महिला उत्पीड़न प्रकरण की शीघ्र जांच कर दोषियों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई करने का आदेश देने का कष्ट करें और उनके मौलिक अधिकार उन्हें वापस दिलाएं अन्यथा उत्तराखंड क्रांति दल को महिलाओं के सम्मान की सुरक्षा हेतु राज्य स्तरीय शांतिपूर्ण आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।