डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। शुगर मिल के नए पेराई सत्र के शुभारंभ से पहले बॉयलर पूजन किया गया। अधिशासी निदेशक ने मिल के बॉयलरों में अग्नि प्रज्वलित की। बताया कि मिल संचालन के लिए लगभग सभी तैयारियों को पूर्ण कर लिया गया है। इस बार शुगर मिल को 63 गन्ना क्रय केंद्रों से आपूर्ति की जाएगी।
चीनी मिल के नये गन्ना पेराई सत्र 2024–25 के लिए बृहस्पतिवार को बॉयलर की विधि विधान के साथ पूजा की गई। शुगर मिल के अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह ने पूजन कर बॉयलरों में अग्नि प्रज्वलित की। बता दे कि मिल का पेराई सत्र शुरू होने से पहले बॉयलरों में अग्नि प्रज्वलित की जाती है। बॉयलरों से ही स्टीम को तैयार किया जाता है।
नवीन पेराई सत्र के लिए डोईवाला चीनी मिल को 10 नए गन्ना सेंटर मिले है यानी इस सत्र में डोईवाला चीनी मिल को 63 गन्ना क्रय केंद्रों से आपूर्ति की जाएगी। जिनसे अपेक्षित गन्ना आपूर्ति हो सकेगी। गन्ना क्रय केंद्रों पर तौल शुरू कराने के लिए सभी व्यवस्थाओं को सत्र शुरू होने से पहले पुख्ता कर लिया जाएगा।
अधिशासी निदेशक डीपी सिंह ने बताया विधि विधान से हवन यज्ञ कर बॉयलर पूजा संपन्न की गई। आगामी 21 नवंबर को शुगर मिल डोईवाला का नया पेराई सत्र प्रारंभ होगा। जिसके लिए सभी औपचारिकताएं समय पर पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने बताया कि नए गन्ना पेराई सत्र के लिए इस बार 30 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का लक्ष्य और 10 प्रतिशत की रिकवरी का प्रयास रहेगा।
मिल की मरम्मत कार्य पूरा हो चुका है इस बार कई नए उपकरण लगाए गए हैं। जिससे मिल समूचे पेराई सत्र में सुचारू रूप से चलती रहेगी। उन्होंने बताया कि रिकवरी बढ़ाने के लिए भी मिल की ओर से प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने किसानों से निवेदन किया कि गोला रहित व स्वच्छ गन्ने की आपूर्ति करें ताकि बेहतर उत्पादन हो। कहा की किसानों के लिए पेयजल, शौचालय, भवन, कैंटीन आदि सभी तरह प्रकार की सुविधा उपलब्ध होगी, हालांकि किसी भी किसान को लंबा इंतजार न करना पड़े ऐसी व्यवस्था की जाएगी।
सभी ने मिल के सुचारू शुरू हो जाने के लिए प्रार्थना की। इस मौके पर महाप्रबंधक उत्तराखंड शुगर्स विजय पांडे, चीफ इंजीनियर त्रिलोकी नाथ, चीफ केमिस्ट संजय सिंह, मुख्य लेखाकार सरबजीत सिंह, मुख्य गन्ना प्रबंधक सिद्धार्थ दीक्षित, कार्यालय अधीक्षक अनुज पाल, सुषमा चौधरी, अरविंद शर्मा, आदि मौजूद रहे।
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*दो सत्रों में 15 करोड़ से अधिक घटा घाटा*
अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह द्वारा डोईवाला शुगर मिल का कार्यभार संभालने के बाद से ही चीनी मिल को एक नई ऊर्जा और हिम्मत मिली है। बीती दो सत्रों में शुगर मिल का घाटा 15.17 करोड़ रुपए घटा है। बता दे कि उनके चार्ज ग्रहण करने से पहले सत्र 2021–22 में शुगर मिल 16.59 करोड़ के घाटे में थे। उनके पद भर ग्रहण करने के बाद यह नुकसान पेराई सत्र 2022–23 में 11 करोड़ और विगत पेराई सत्र 2023–24 में यह केवल एक करोड़ 42 लाख रुपए शेष है। ईडी डीपी सिंह ने कहा गत वर्षों की अपेक्षा यह सत्र बेहतर होने वाला है। उन्होंने कहा कि धीरे धीरे कम खर्चे में उन उपकरणों का उच्चीकरण कर रहे हैं जिससे इसकी चीनी परता बढ़े और मिल लाभ की स्थिति में आए। बताया की गत वर्षो में जिस तरह मिल नुकसान से उबकरकर लाभ की ओर बढ़ रही हैं उम्मीद है कि इस बार शुगर फैक्ट्री लाभ में रहेगी। कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारियों के सहयोग से मिल में परिवर्तन आया है। दिन प्रतिदिन चीनी मिल उन्नति कर रही है।