रिपोर्ट-सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
कहते हैं सच्ची लगन, नेक इरादों को लेकर जब इंसान चलता है तो मार्गदर्शन करने वालों की भी कमी नहीं होती है।
आज हम आपको एक ऐसा ही वाकिया बता रहे हैं, सात समुंदर पार इंग्लैंड में रहने वाली सुप्रिया मुंद्रा भी केदारनाथ भगवान के दर्शन करना चाहती थी। मगर उसे ये पता ही नहीं था कि केदारनाथ कहा है, और वहाँ कैसे पहुंचा जा सकता है। सुप्रिया ने नेट खंगालते हुए जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग की साइट पर डाउनलोड सभी नोडल अधिकारियों के फोन नंबर तलाशे, सुप्रिया कहती हैं कि मैंने 2-3 नंबरों पर कॉल लगाई मगर वे नंबर नहीं मिले, आखिर जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार का नंबर मिल गया। मैंने उनसे अपने बारे में बताते हुए कहा कि मुझे विश्व प्रसिद्ध धाम बाबा केदारनाथ के दर्शन करने आना है, मगर मुझे रास्तों से लेकर कैसे उत्तराखंड पहुंचना है, जानकारी नहीं है।
जिला आपदा अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने मुझे यात्रा को लेकर सारी जानकारी दी और उनके सहयोग से मैंने 3 जून को बहुत ही सुंदर तरीके से भगवान केदारनाथ के दर्शन किये।
साथ ही उनके साथ मैं लगातार फोन सम्पर्क से जानकारी लेती रही, फाटा से केदारनाथ हैली द्वारा पहुँची और रात्रि विश्राम केदारनाथ धाम में रुकी और भगवान के दर्शन किये।
इंग्लैंड से आई सुप्रिया मुंद्रा ने कहा कि जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग द्वारा यात्रा में बहुत ही सुंदर व्यवस्थाएं की गईं हैं। सुप्रिया ने कहा मैं जिला आपदा अधिकारी नन्दन सिंह की भी आभारी रहूंगी जिनके फोन से मुझे मार्गदर्शन मिलता रहा और मेरी केदारनाथ दर्शन की मुराद पूरी हुई है।
वहीं जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि जिला अधिकारी मयूर दीक्षित के कुशल प्रबन्धन और हमें जो भी जिम्मेदारी दी गईं है, हम उसे निभाने का प्रयास कर रहे हैं। जिससे जनपद में आने वाले देश-विदेश के यात्रियों को कोई दिक्क़तें ना आये साथ ही उत्तराखंड देवभूमि का नाम इज्जत से लें लोग।
आप भी सुने सुप्रिया मुंद्रा की जुवानी इस वीडियो में..