ज्योतिर्मठ।
ज्योति विद्यालय जोशीमठ की बरिष्ठ शिक्षिका कुसुम उनियाल को सीआईएससीई द्वारा देश के प्रतिष्ठित सम्मान “डेरोजियो” से नवाजा गया है,इस प्रतिष्ठित अवार्ड के लिए देशभर से जिन चार शिक्षकों का चयन हुआ उनमे उत्तराखंड से कुसुम उनियाल भी शामिल है।
शिक्षा के क्षेत्र मे उत्तराखंड को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाली बरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती उनियाल को विज्ञान शिक्षा मे उनके अभिनव प्रयोगों, विद्यार्थियों मे जीवन परक समझ विकसित करने, एवं सीमित संसाधनों वाले दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्र मे लगातार उत्कृष्ट परिणाम देने के लिए इस सम्मान का हकदार बनाया। छात्र -छात्राओं की शैक्षिक प्रगति और प्रेरणादायक शिक्षण शैली ने ही उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।
स्कूल शिक्षा एवं मानव उत्थान मे असाधारण सेवाओं के लिए राष्ट्रीय स्तर पर जिन चार शिक्षकों को सम्मानित किया गया उनमे कुसुम उनियाल–उत्तराखंड, प्रीति सिन्हा–झारखण्ड, सीना जोसेफ–केरल, एवं शिनोज किज्झेकेमुरियल–उत्तर प्रदेश शामिल हैं।
जीरकपुर–चंडीगढ़ मे आयोजित एक भव्य समारोह मे सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस विक्रम जीत के कर कमलों से यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया गया। समारोह मे देशभर के दो हजार से अधिक शिक्षाविद शामिल हुए।
राष्ट्रीय स्तर पर चयनित शिक्षकों को सम्मान के रूप मे 24ग्राम स्वर्ण पदक, रजत प्लेट पर उकेरी गई प्रतिष्ठित पट्टीका, प्रमाण पत्र एवं एक लाख रूपये की धनराशि का चैक प्रदान किया गया।
गौरतलब है कि शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र को मजबूत करने मे योगदान, शिक्षा और शैक्षिक नेतृत्व मे असाधारण प्रभाव डालने वाले शिक्षकों को सीआईएससीई द्वारा इस प्रतिष्ठित अवार्ड के लिए चयनित किया जाता है।











