प्रकाश कपरूवाण:
जोशीमठ।
20नवबंर को शीतकाल के लिए बन्द होगे भगवान बदरीविशाल के कपाट।
इसी के साथ अगले वर्ष के लिए नियुक्त हकहकूकधारी समाज के प्रतिनिधियों को पगडी पहनाई गई।
भू-वैकुंण्ठ घाम श्री बदरीनाथ के कपाट आगामी 10नवबंर को सायं 6बजकर 45मिनट पर शीतकाल के लिए बन्द कर दिए जाऐगे। शुक्रवार को श्री बदरीनाथ मंन्दिर परिक्रमा परिसर मे बदरीनाथ के धर्माधिकारी आचार्य भुवन चन्द्र उनियाल ने आद्य जगदगुरू शंकराचार्य की पवित्र गददी को साक्षी मानते हुए मुख्य पुजारी श्री रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी की मौजूदगी मे पंचागं गणना के उपरान्त कपाट बन्द किए जाने का मुहुर्त तय किया।
इस मौके पर नायब रावल अमरनाथ नंबूदरी, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह, अपर धर्माधिकारी आचार्य राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रविन्द भटट मंन्दिर अधिकारी राजेन्द्र चैहान, सहायक लेखाकार भूपेन्द्र रावत, पूजा काउंन्टर प्रभारी केदार सिह, दफेदार कृपाल सनवाल व बदरीनाथ कोतवाली के थानाध्यक्ष सतेन्द्र सिंह के अलावा हकहकूकधारी समाज के स्थानीय लोग व बडी संख्या मे श्रद्धालु मौजूद रहे।
विजयादशमी पर पर कपाट बन्द किए जाने की तिथि घोषित किए जाने के धार्मिक समारोह के बाद अगले वर्ष के लिए विभिन्न हकहकूकधारी पंचायतो द्वारा नियुक्त बारीदारों को देवस्थानम बोर्ड के लिए अपर मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने पगडी पहनाई। अब ये बारीदार ही अगले वर्ष की परपंरानुसार अपने दायित्वों का निर्वहन करेगे।










