थराली से हरेंद्र बिष्ट।
पिछले तीन दिनों से बद्रीनाथ वन प्रभाग के अंतर्गत मध्य पिंडर रेंज थराली के बड़े.बड़े जंगल धू.धू कर जल रहे हैं। और वन विभाग के उच्चाधिकारी जंगलों को दवानल से बचाने की कवायद के तहत क्षेत्रीय वन अधिकारियों, कर्मचारियों एवं सरपंचों के साथ जिला मुख्यालय, मंडल मुख्यालय एवं राजधानी में बैठकों में मशगूल हैं। ऐसे में जंगलों में फैली दवानल को कैसे रोका जाएगा कह पाना मुश्किल है।
दरअसल मध्य पिंडर रेंज थराली के अंतर्गत पिंडर पार के कोटडीप, कुराड़, खूनी, पार्था, सबगड़ा, ढुगाखोली, सुनाऊं आदि गांवों के आसपास के जंगल पिछले शुक्रवार से बुरी तरह से सुलग रहे हैं। जोकि अभी तक भी सुलग रहे हैं। इस दौरान लाखों रुपयों की वन संपदा के साथ ही वन्य जीवों को नुक्सान पहुंचा चुका है। जंगलों के धधके के कारण उससे उठते धूएं के कारण पूरे क्षेत्र में गहरी धुंध छा गई है, जिससे लोगों को सांस लेने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में पूछे जाने पर मध्य पिंडर रेंज थराली के वन क्षेत्राधिकारी हरीश थपलियाल ने बताया कि वे पौड़ी में चीफ वन के द्वारा जंगलों को आग से बुझाने की बैठक में सम्लित होने गए हुए हैं। हालांकि उन्होंने माना कि पिछले तीन दिनों से वन क्षेत्र के जंगलों में दवानल फैली हुई है। कहा कि इसे नियंत्रित करने के लिए वन कर्मियों, फायर वाचरों के साथ ही ग्रामीण जुटे हुए हैं। बताया कि शुक्रवार को फैली आग को उसी दिन नियंत्रित कर लिया गया था। उसके बाद शनिवार को भी दवानल पर नियंत्रण पा लिया गया था, किन्तु रविवार को पुनः दवानल के फैल जाने के बाद उसे भी नियंत्रित करने के प्रयास जारी हैं। बताया कि सर्वे आफ इंडिया से सेटेलाइट से ली गई तस्वीर के बाद दवानल का प्रति दिन 11 बजे दोपहर एवं सायं 4 बजे अलर्ट जारी किया जाता है, किन्तु पिछले दो दिनों से उसके द्वारा किसी भी तरह का अलर्ट जारी नहीं किया गया है। इस संबंध में अलकनंदा वन भूमि संरक्षण रेंज थराली के रेंजर रविंद्र निराला ने बताया कि गर्मी अधिक होने के कारण दवाग्नि के नियंत्रण में काफी दिक्कतें सामने आ रही हैं। बावजूद इसके काफी हदतक दवानल पर नियंत्रण पाया जा चुका है।
इधर वन विभाग के सूत्रों के अनुसार रेंजर के अलावा इस रेंज के साथ ही पूरे जिले के कुछ वन अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ ही कई वन पंचायतों के सरपंचों को बैठकों के नाम पर देहरादून बुलाया गया है। जिसका सीधा प्रभाव दवानल को नियंत्रित करने पर पड़ रहा है। एक तरह जिस तरह से पिछले डेढ़ सप्ताह से अधिक समय से अन्य क्षेत्रों की तरह ही पिंडर क्षेत्र में भी भीषण गर्मी पड़ रही हैं और लगातार एक के बाद एक जंगलों में दवाग्नी फैल रही है और वन विभाग के आलाधिकारी जंगलों को आग पर तत्काल नियंत्रण पाने के बजाय अब दवानल को नियंत्रित करने के उपायों पर मंथन करना हास्यप्रद सा लग रहा है। माना जा रहा है कि जब अभी जंगलों को दवानल से बचाने पर मंथन ही चल रहा है तो कब उसे धरातर पर उतारा जाएगा स्वतः अनुमान लगाया जा सकता है।