थराली से हरेंद्र बिष्ट।
नारायणबगड़ विकासखंड के अंतर्गत डूंगरी गांव के पैतोली में निर्मित धर्मशाला का उद्घाटन थराली विधायक द्वारा किए जाने से आक्रोशित जिला पंचायत उपाध्यक्ष चमोली द्वारा शिलापट्ट तोड़े जाने का मामला अब लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। शिलापट्ट को क्षति पहुंचने के बाद अब जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण रावत ने विधायक पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने एवं पंचायत प्रतिनिधि के प्रयासों को भी अपना प्रयास बता कर राजनीतिक लाभ लेने का उन पर आरोप लगाते हुए उन्हें चुनौती दी कि अगर उन्होंने इस धर्मशाला निर्माण के लिए किसी भी तरह का प्रयास किया है तों जनता के सामने उसका प्रमाण प्रस्तुत करें।
दरअसल नारायणबगड़ ब्लाक के अंतर्गत सिद्धपीठ अन्नपूर्णा मठ पैतोली में जिला योजना के तहत 3 लाख रुपए की लागत से ग्रामीण निर्माण विभाग ने एक धर्मशाला का निर्माण किया था।जिसका पिछले 14 सितंबर को थराली की विधायक मुन्नी देवी शाह बकायदा लोकार्पण करने पहुंची थी। लोकार्पण के तहत आरडब्लूडी के द्वारा एक शिलापट्ट बनवाया गया था। जिस पर विधायक का नाम खोदा गया था। जिस पर इस क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य एवं चमोली जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था कि उनके प्रयासों से ही इस धर्मशाला का निर्माण हो पाया हैं। किंतु विधायक इसे पंचायत सदस्य की उप्लब्धि बताने के बजाय अपनी उपलब्धियों में सुमार करने का प्रयास करने में तुली हुई हैं। जबकि उनके द्वारा इस धर्मशाला के लिए किसी भी तरह के प्रयास नहीं किए गए हैं।
इसके साथ ही उन्होंने बनाए गए शिलापट्ट को भी तोड़ दिया। आज इसी संबंध में उपाध्यक्ष लक्ष्मण रावत ने नारायणबगड़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विधायक थराली पर कई आरोप लगाए। उन्होंने विधायक को विकास विरोधी बताते हुए कहा कि थराली विधायक का नारायणबगड़ विकासखंड गृह ब्लाक है। किंतु उनके द्वारा इस क्षेत्र की ग्रामीण मोटर सड़कों की इस तरह से उपेक्षा की गई है कि सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढो पर सड़क है कह पाना मुश्किल हो गया है। सड़कें तालाबों में तब्दील हो गई हैं। इसके अलावा आज भी कई गांव के ग्रामीण सड़कों से वंचित पड़े हुए हैं, किन्तु विधायक को इससे कुछ भी लेना.देना नहीं रह गया है।
इसी तरह लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। इसके अलावा इस विधानसभा क्षेत्र की जनता अन्य तमाम मूलभूत समस्याओं के समाधान के लिए बुरी तरह से छटपटा रही हैं। परंतु विधायक खोमोश बैठी हुई हैं। उन्होंने कहा कि विधायक खुद तो क्षेत्र का विकास कर नहीं पा रही हैं और जबरन पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा अपने स्तर एवं प्रयासों से किए गए विकास कार्यों, निर्माण कार्यों को अपने द्वारा किए गए कार्य बता कर पंचायत प्रतिनिधियों के अधिकारों को कुचलने के साथ ही उन्हें हतोत्साहित करने का जो प्रयास किया जा रहा है। वह सरासर गलत है।
उपाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि विधायक अपने अधिकारों एवं सत्ता की हनक में विभागीय अधिकारियों पर दबाव बना कर दूसरे प्रतिनिधियों की मेहनत पर अपने नाम का शिलापट्ट लगवा रही हैं। जिसका पंचायत प्रतिनिधि विरोध करते हैं। उपाध्यक्ष रावत ने कहा कि विधायक के इस कृत्य का उन्हें बहुत अधिक राजनीति लाभ नहीं होने वाला है। जनता उनकी कार्यशैली, कार्य कुशलता एवं कार्य क्षमता को भली भांति समझ एवं परख चुकी है। जिसका खामियाजा उन्हें आने वाले समय में भुगतना पड़ेगा। इस मौके पर कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष गिरीश कंडवाल, खेमाराम कोठियाल, प्रवींद्र नेगी, पृथ्वी सिंह, बृजमोहन, सरिता, गुड्डी देवी आदि मौजूद थे।