थराली से हरेंद्र बिष्ट।
गढ़वाल की पिंडर घाटी एवं कुमाऊं की कत्यूर घाटी के मध्य में सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं ग्रामीण बच्चों को बेहतरीन शिक्षा देने के लिए करीब दो दशक पूर्व स्थापित केंद्रीय विद्यालय एसएसबी ग्वालदम पिछले लंबे समय से स्थाई रूप से एक अदद प्राचार्य एवं उप प्राचार्य के लिए तरस रहा है। जिस कारण विद्यालय का पठन.पाठन की व्यवस्था लगातार पटरी से उतरती जा रही है।
पूरे देश में सैन्य बाहुल्य क्षेत्रों में सुमार पिंडर घाटी एवं कत्यूर घाटी के हजारों सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं ग्रामीण बच्चों को बेहतरीन शिक्षा देने के लिए एसएसबी ग्वालदम के सहयोग से करीब डेढ़ दशक पूर्व केंद्रीय विद्यालय संगठन के द्वारा कक्षा 1 से 12 तक की कक्षाओं के संचालन के लिए केंद्रीय विद्यालय एसएसबी ग्वालदम की स्थापना की थी। विद्यालय स्थापना के बाद बेहतरीन व्यवस्थाओं के चलते इस विद्यालय से शिक्षा प्राप्त छात्र, छात्राओं ने तमाम क्षेत्रों में कामयाबी हासिल कर विद्यालय का नाम रोशन किया है। किंतु विगत कुछ वर्षों से केंद्रीय विद्यालय संगठन की उपेक्षा के कारण विद्यालय और अधिक विकसित होने के बजाय तमाम समस्याओं से जूझ रहा हैं। जिससे अभिभावक इस विद्यालय में अपने पाल्यों को भेजने से कतराने लगे हैं। इस विद्यालय की व्यवस्था का डगमगाने का बड़ा कारण यहां पर लंबें समय से प्राचार्य एवं उप प्राचार्य का पद रिक्त होना माना जा रहा हैं। दोनों ही महत्वपूर्ण पदों पर वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। पठन.पाठन की व्यवस्था लड़खड़ाने के चलते गढ़कुमों की जनता को अपने पाल्यों को अन्य विद्यालयों में लें जाने के लिए बाध्य होना पड़ रहा हैं।
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सांसद, विधायक को बताई समस्या
थराली की ब्लाक प्रमुख कविता नेगी, जेष्ठ प्रमुख महावीर शाह, थराली भाजपा मंडल अध्यक्ष रणजीत सिंह नेगी, ग्वालदम के व्यापार संघ अध्यक्ष हरीश जोशी, ग्राम प्रधान हीरा बोरा, क्षेत्र पंचायत सदस्य गजेन्द्र सिंह, भाजपा नेता कुंदन सिंह परिहार आदि ने बताया कि क्षेत्र जनता केंद्रीय विद्यालय ग्वालदम में सुविधाओं को बढ़ानेए प्राचार्य एवं उप प्राचार्य की स्थाई नियुक्ति की लंबे समय से मांग करते आ रही हैं। किंतु केंद्रीय विद्यालय संगठन उनकी इस मांग पर ध्यान नही दे रहा हैं। बताया कि विगत माह गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत एवं थराली के विधायक भूपाल राम टम्टा के ग्वालदम प्रवास के दौरान क्षेत्रीय जनता ने प्राचार्य व उप प्राचार्य की तैनाती की मांग प्रमुखता से उठाई।जिस पर दोनों जनप्रतिनिधियों ने जरूरी कदम उठाने का आश्वासन दिया है।