थराली से हरेंद्र बिष्ट।
विधानसभा चुनाव 2022 की मतगणना की तिथि 10 मार्च करीब आने के साथ ही उम्मीदवारों एवं उनके समर्थकों की धड़कनें तेज हो गई हैं। इन दिनों जिला चमोली की तीनों विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों एवं उनके समर्थकों की पूरी नजर सर्विस वोटों पर केंद्रित होने लगी हैं। माना जा रहा है की इस जिले के दो विधानसभा क्षेत्रों में पोस्टल बैलेट जीत.हार में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।
14 फरवरी को ईवीएम से मतदान के बाद तमाम चुनावी गुणा.भाग करने के बाद चमोली के थराली एवं कर्णप्रयाग विधानसभाओं में कांग्रेस एवं भाजपा के बीच कांटे की टकर होने का अनुमान लगाया जा रहा हैं। ईवीएम के जरिए मुकाबला कांटे का होने के बाद सभी की नजरें अब सर्विस वोटों पर जा टिकी हैं। जानकारी के अनुसार बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र में कुल 4172 मतपत्र भेजे गए हैं। जिनमें 2558 मतपत्र ईटीपीबीएस के जरिए भेजे गए हैं। इनमें से अधिकांश आर्मी एवं अर्द्धसैनिक बलों के अधिकारी व जवान शामिल हैं। अवशेष मतदान में लगें राजकीय कर्मचारियोंएसुरक्षा कर्मियों के हैं। इसी तरह से थराली सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से सर्वाधिक 4877 डाक मतपत्र भेजे गए हैं। इनमें से भी 3825 ईटीपीबीएस मतपत्र हैं। जबकि शेष राज्य कर्मी व सुरक्षा कर्मी को भेजे गए डाक मतपत्र हैं। इसी तरह से कर्णप्रयाग विधानसभा क्षेत्र से 4872 मतपत्र भेजे गए हैं यहां से भी 4024 मतपत्र ईटीपीबीएस के लिए जारी किए गए हैं। जबकि अवशेष डाक मतपत्र राज्य कर्मीयों के लिए भेजे गए हैं।
ईटीपीबीएस एवं डाक मतपत्र की तीनों विधानसभा क्षेत्रों में अच्छीखासी संख्या होने के बाद उम्मीदवारों, उनके समर्थकों के साथ ही आम लोगों की नजरें इस पर टिक गई हैं। नोडल अधिकारी डाक मतपत्र/ईटीपीबीएस एवं ईडीसी गोपेश्वर के द्वारा जारी सूचना के अनुसार 3 जनवरी की देर सांय तक तीनों विधानसभा क्षेत्रों के मतदाताओं को जारी कुल 13921 ईटीपीबीएस एवं डाक मतपत्र के विरूद्ध 7710 मत प्राप्त हो चुके हैं। जों कि जारी मतपत्रों का 50 फीसद से अधिक हैं। ऐसे में माना जा रहा हैं कि मतगणना में अभी भी 6 दिन अवशेष हैंए और मतों का मिलना जारी हैं तों ईटीपीबीएस एवं डाक मतपत्र मिलने का प्रतिशत ईवीएम में पड़े वोट की अपेक्षा काफी अधिक हो सकती हैं। ऐसे में माना जा रहा हैं कि कही यही मत थराली एवं कर्णप्रयाग विधानसभाओं में उम्मीदवारों के जीत.हार को तय कर सकते हैं। इसी लिए सभी की नजरें आने वाले इन मतों पर टिक गई हैं।












