देहरादून। मौसम विज्ञान विभाग के देहरादून केंद्र द्वारा पांच दिनों का पूर्वानुमान जारी किया गया है। मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी की गई एक ही रिपोर्ट में एक तरफ पांच दिनों तक अलग-अलग जिलों में मध्यम स्तर की बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है, रिपोर्ट के अलगे हिस्से में तीन दिन का यलो अलर्ट जारी किया गया है और इन तीन दिनों में भारी बारिश का अनुमान जारी किया गया है। मौसम विज्ञान विभाग के इस तरह के पूर्वानुमान भ्रम पैदा करने वाला है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के हस्ताक्षर से पूर्वानुमान जारी किया गया है। उत्तराखंड के लिए पांच दिनों के लिए आज जारी की गई रिपोर्ट के पहले हिस्से के अनुसार 11 अगस्त को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ देहरादून एवं टिहरी जिलों में पर्वतीय क्षेत्रों तथा मैदानी क्षेत्रों में कहीं कहीं हल्की से मध्यम वर्षा गर्जन के साथ वर्षा हो सकती है।
12 अगस्त को पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों एवं मैदानी क्षेत्रों में कहीं कहीं हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। 13 अगस्त को राज्य के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। पूर्वानुमान में राज्य में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई जा रही है।
जबकि रिपोर्ट के अगले हिस्से में जिसमें राज्य में पांच दिनों जनपद स्तरी मौसम चेतावनी शीर्षक में 11 अगस्त को देहरादून, उत्तरकाशी और टिहरी जनपदों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। अगले दो दिनों 12 और 13 अगस्त को कुछ नहीं का पूर्वानुमान दिया गया है। जबकि 14 और 15 अगस्त को उत्तरकाशी, चमोली और बागेश्वर जनपदों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है। एक ही रिपोर्ट के दो हिस्सों में इस तरह के भ्रम पैदा करने वाले पूर्वानुमान क्यों जारी किए गए हैं। क्या यह मौसम विभाग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े नहीं करता? एक ही तारीख को एक ही रिपोर्ट में दो तरह के अनुमान जारी कर मौसम विभाग दोनो ंहाथों में लड्डू लेकर चलना चाहता है?