फोटो- टनल के अन्दर सर्च आपरेशन में जुटे एनडीआरएफ व अन्य एजेंसियों के जाबॅाज।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। शवों को तलाशने के लिए सुरंग में रेस्क्यू आपरेशन लगातार जारी है। सोमवार को टनल से तीन और शव मिले। टी-प्वाइंट पर अभी नहीं पहुंच सके, राहत एवं बचाव दल के सदस्य। अब तक तपोवन की टनल से 9व रैणी से सात शव बरामद हुए हैं।
ऋषि गंगा की प्रलयंकारी जलजले के नौवें दिन भी शवों को तलाशने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।, सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी,व एसडीआरएफ की राहत टीमों के साथ एनटीपीसी के इंजीनियरों का दल भी इस खोज अभियान मंे उनका सहयोग कर रहा है। लेकिन नौवें दिन भी जिस टी-प्वाइंट का जिक्र पहले दिन से किया जा रहा है, वहाॅ तक राहत टीमें नही पंहुच सकी हंै। बताया जा रहा है कि टनल के अंन्दर अभी तक 150मीटर तक मलबा पूरी तरह से हटा दिया गया। इसी 150 मीटर के दायरे मंे अब तक नौ शव मिल चुके हंै। उम्मीद जताई जा रही है कि मंगलवार को उस टी-प्वाइंट पर राहत दल पंहुच सकंेगे जहाॅ उस दिन 35 लोग विभिन्न कार्यों में लगे थे।
हाॅलाकि उनके जीवित बचे होने मंे दिन बढने के साथ संसय भी बढता जा रहा है। लेकिन राहत व बचाव कर्मी दिए गए 180 मीटर के तारगेट को पाने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं। राहत व बचाव कर्मी वहाॅ पहंुचने से पूर्व सभी प्रकार के सुरक्षात्मक उपायों पर मंथन कर चुके हैं। इसके लिए तपोवन से इतर एक अन्य टनल वे वोट के साथ एक्सरसाइज भी की गई है। जिसका मुख्य उदेश्य यही था कि यदि उक्त 180 मीटर पर पहंुचने के बाद आस-पास यदि जल भराव हो तो किस तरह से सुरक्षित रहा जा सकता है। सेना एक-एक कदम फूॅक-फूॅक कर रख रही है। ताकि किसी प्रकार की जनहानि भी ना हो और तारगेट भी पूरा किया जा सके।
इधर ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट के मलबे में नौवे दिन भी शवों के तलाशने का कार्य तेजी से जारी रहा। लेकिन सोमवार को कोई भी शव नहीं मिल सका, जबकि तपोवन टन लमे सेामवार को तीन और शव मिले हैं। इस तरह दो दिनांे मे रैणी मे 7 तथा तपोवन मे 9 शव बरामद किए जा चुके हंै।