थराली से हरेंद्र बिष्ट।
इस सीजन की पहली मानसून की बारिश में लोनिवि थराली की कुल 13 सड़के अलग-अलग जगहों पर मलबा आने के कारण चौथे दिन भी बंद पड़ी हुई हैं। जबकि थराली-देवाल मोटर सड़क को देवाल तक छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया हैं।अन्य सड़कों को भी यातायात के लिए खोले जाने के प्रयास जारी हैं।पहली ही बरसात में सड़कों के टूटने के कारण लोनिवि को लाखों रूपयों का नुकसान हुआ हैं।
निर्माण खंड लोनिवि थराली के अधिशासी अभियंता सतवीर सिंह यादव ने बताया कि वर्तमान में विभाग के पास कुल 13 हैं। जिनमें में से 2 सड़कों को तो पूरी तरह से यातायात के खोल दिया गया है।जबकि अवशेष 11 सड़को को खोले जाने के लिए कार्य अभी भी जारी है। उन्होंने कहा कि विभाग ने अवरूद्ध सड़कों को खोलने के लिए 5 मशीनें लगाई हैं। किंतु राष्ट्रीय राजमार्ग ग्वालदम-कर्णप्रयाग के अवरूद्ध होने के कारण थराली पेट्रोल पंप से विभाग को प्रर्याप्त मात्रा में डीजल उपलब्ध नही हो पा रहा है।
इसका बड़ा कारण तेल के टैंकरों का थराली तक नही पहुंच पाना हैं। प्रर्याप्त मात्रा में डीजल नही मिल पाने के कारण मशीनों को पूरी क्षमता के साथ नही चलाया जा रहा हैं। बताया कि थराली-देवाल मोटर सड़क जोकि किमी एक थराली के पास पिंडर नदी के कारण वाशआउट हों गई थी।उसे छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया हैं।बड़े वाहनों के लिए खोलने में अभी समय लग सकता हैं।
ग्वालदम-नंदकेशरी मोटर सड़क को सोमवार देर सांय या मंगलवार की सुबह तक यातायात के लिए खोल लिया जाएगा। इसके अलावा देवाल-मंदोली-वांण, नारायणबगड़-भगोती, नारायणबगड़-कौब,थराली-पैनगढ़,अंगतोली-जांख-सणकोट,परखाल-जुनैर-धुलेट, नवगांव-भटियाणा,मौणा,थराली-जूनीधार,अंगतोली-मजेठा-कोठा,मींगगदेरा-गढ़कोट-करच्यूड़ा एवं पलवरा लगा ओडर मोटर सड़कों को खोले जाने के प्रयास जारी हैं।
बताया कि कुछ सड़कों के वाशआउट हो जाने के कारण अतरिक्त धनराशि की सरकार से मांग की जा रही हैं। ताकि समय पर सड़कों को यातायात के लिए खोला जा सकें। ईई यादव ने बताया कि विभाग के अधीन पिंडर नदी पर बने हरमल व ओडर के साथ ही कैल नदी पर बने सुपलीगाड़ इलैक्ट्रिक ट्रालियों का नियमित संचालन की जा रही हैं। जबकि हरमनी में स्थापित ट्राली की रसी खराब होने के उस का संचालन बंद हैं।रसी मंगवा ली गई हैं। जल्दी ही इसे भी संचालित कर दी जाएगी।












