रिपोर्ट. सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
जनपद रुद्रप्रयाग के मुख्य बाजार में लगातार तराजू से तोल में हैराफेरी की शिकायतें सामने आ रही हैं, मगर प्रशासन व सम्बन्धित विभागों ने किसी पर कोई कार्यवाही नहीं की।
आखिर सवाल बनता है कि व्यापारियों के तराजूओं की गुणवता व हेराफेरी पर कब होगी शख्त कार्यवाही? क्या ग्राहक यूँ ही लुटे जाते रहेगे?

आपको बता दे कि आज शुक्रबार को रुद्रप्रयाग मुख्य बाजार में गढ़वाल फेब्रिकेशन वेल्डिंग की दुकान से दूरस्थ पीड़ा गाँव के राजेंद्र सिंह ने अपने मकान के लिए लोहे के 4 दरवाजे 4 खिडकियों के फ्रेम खरीदे, जहाँ लेते समय उक्त दुकान पर जब इनका तोल किया गया था, उस वक्त टोटल वजन 4.95 कुंतल था, वही ग्राहक राजेंद्र सिंह ने बताया कि हमें तोल में संसय होने पर हमने दूसरी दुकान के कांटे में तुलवाया तो वहॉ टोटल वजन 4.45 कुंतल निकला, लगभग 50 किलो का अंतर आया। यानि कि ग्राहक से 5 हजार के लगभग ज्यादा रुपये तोल में हेराफेरी करके लिया गया।
जिसको लेकर ग्राहक राजेंद्र सिंह ने दुकान पर जाकर तराजू में गड़बड़ी और ज्यादा वजन की कीमत लेने पर आपति जताई, धनराशि वायस देने को कहा। इस बात की खबर मिलते ही कुछ स्थानीय व्यापारी प्रकाश रावत, कुलदीप कप्रवाण, एवं व्यापार सभा के अध्यक्ष चन्द्र मोहन सेमवाल भी मौके पर पहुंचे। तब जाकर गढ़वाल फेब्रिकेशन वेल्डिंग दुकानदार ने ग्राहक राजेंद्र सिह के 4650 रु० वापस लौटाये।
व्यापार सभा रुद्रप्रयाग के अध्यक्ष चंद्रमोहन सेमवाल ने कहा कि कुछ लोगों की गलती से सारे व्यापारियों की बदनामी हो रही है, जिसको लेकर शीघ्र एक बैठक की जायेगी और सभी व्यापारियों से निवेदन भी किया कि थोड़े से मुनाफे के चक्कर मे सभी व्यापारियों की बदनामी स्वीकार नहीं होगी।
वही दुकानदार नईम का कहना है कि तराजू इलेक्टॉनिक होने व चार्जिग की कमी के चलते वजन कम ज्यादा हो सकता है। मगर हमारा उद्देश्य किसी को लूटने का नहीं है, हंगामे के बाद दुकानदार ने ग्राहक के फालतू आये तोल के रुपये वापस लौटाये।
वही इस बात की लिखित शिकायत पत्र के माध्यम से उपजिलाधिकारी रुद्रप्रयाग से की है। अब देखना होगा कि प्रशासन व सम्बन्धित विभागीय अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं।












