उर्गमघाटी। मत्स्य पालन विभाग चमोली के द्वारा एक दिवसीय रेनबो ट्राउट मछली के उत्पादन के संबंध में उर्गम घाटी के मछली उत्पादकों को प्रशिक्षण दिया गया। शीतकाल मत्स्य अनुसंधान केंद्र भीमताल के द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। ठंडे पानी में होने वाली मछली का कैसे उत्पादन बढ़ाए, इसके बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
सहायक मत्स्य पालन चमोली के निदेशक डॉक्टर जगदंबा प्रसाद ने वैज्ञानिक रूप सेउत्पादन करने पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि अनुसंधान की अनुसार जो भी वैज्ञानिक विधि बताई गई है, उसी के अनुसार कृषकों को उत्पादन को बढ़ावा देना चाहिए। 11 कृषकों को ट्राउट उत्पादन ठंडे पानी में उत्पादन होने वाली मछली के बारे में जानकारी दी गई। घाटी में 1 दर्जन से अधिक काश्तकारों को विभिन्न आयामों पर जानकारी दी गई। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुरेश चंद्र ने कहा कि किसानों को छोटी.छोटी जानकारी रखनी चाहिए, जिससे कि उनके उत्पादन में निरंतर बढ़ोतरी हो और उन्हें लाभ प्राप्त हो सके।
विस्तार पूर्वक मत्स्य पालकों को जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि पिछले डेट वर्षों में 700 किलोग्राम ट्राउट मछली का उत्पादन घाटी में किया गया। घाटी में बलवंत, दर्शन, महेश, रणजीत, धर्मपाल, कुलदीप, शिवलाल, कल्पेवरी देवी, नारायण प्रकाश आदि लोगों ने इस कार्यक्रम में भागीदारी की।
लक्ष्मण सिंह नेगी की रिपोर्ट