• About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact
Uttarakhand Samachar
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
Uttarakhand Samachar

भाजपा सरकार को भी गिरा सकते हैं हरक सिंह रावत!

06/12/18
in उत्तराखंड, संपादकीय
Reading Time: 1min read
0
SHARES
190
VIEWS
Share on FacebookShare on WhatsAppShare on Twitter

संपादकीय
नारायण दत्त तिवारी को हरक सिंह रावत की अनौखी श्रद्धांजलि
मौका था उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का। पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी की मृत्यु के बाद उत्तराखंड विधानसभा का पहला सत्र आयोजित हो रहा था, इसलिए सत्र के पहले दिन का सारा कामकाज रोकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। सदन में लगभग सभी सदस्यों ने अपने-अपने तरीके से तिवारी को श्रद्धांजलि दी, उन्हें याद किया। जब कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की बारी आई तो, उनकी श्रद्धांजलि सबसे अलग थी। श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने तिवारी की सरकार गिराने के लिए कांग्रेस के 28 विधायकों का जुगाड़ कर लिया था, तब वह कांग्रेस में थे। यह काम भाजपा के सहयोग से हो रहा था। उनके सहयोग में विजय बहुगुणा थे। यह कैसी श्रद्धांजलि थी, सभी आश्चर्यचकित थे। नेता भी, पत्रकार भी और आम आदमी भी। स्वाभाविक तौर पर मीडिया की यही सुर्खियां बनी। सोशल मीडिया तो हरक सिंह रावत का बयान आते ही पिल पड़ा।

हरक सिंह रावत के इस श्रद्धांजलि बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। हरक सिंह रावत किसी पवित्र काज के लिए 28 विधायकों को एकत्र नहीं कर रहे थे। उन पर एक महिला के यौन शोषण का आरोप लगा था, उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ा था। जैसा कि उन्होंने खुद कहा चूंकि सरकार के मुखिया नारायण दत्त तिवारी उन्हें बचाने के लिए खुलकर आगे नहीं आए इसलिए वे उन्हें सत्ता से हटाना चाहते थे। मतलब यह कि सत्ता परिवर्तन के लिए आगे आए विधायकों के अपने-अपने स्वार्थ थे। इस तख्ता पलट के प्रयास में भाजपा का उन्हें सहयोग मिल रहा था। इसके लिए हरक सिंह रावत ने दो नाम लिए। उत्तराखंड के भगत सिंह कोश्यारी थे, जिनके माध्यम से वे प्रमोद महाजन तक पहुंचे थे। कांग्रेस का तख्ता पलटने की पूरी तैयारी हो गई थी, लेकिन चूंकि केंद्र की सत्ता में भाजपा नहीं तब कांग्रेस थी, इसलिए किसी राज्य की कांग्रेस सरकार का तख्तापलट करना इतना आसान नहीं था। तख्तापलट क्यों नहीं हो पाया हरक सिंह रावत ने भी नहीं बताया, लेकिन इसकी मुख्य वजह यही लगती है।

अब बात 2016 की है। जब केंद्र की सत्ता में भाजपा थी। तख्तापलट के मुख्य किरदारों में हरक सिंह रावत और विजय बहुगुणा ही थे। जिसका तख्ता पलटा गया, वह नारायण दत्त तिवारी की जगह हरीश रावत थे। चूंकि केंद्र की सरकार में भाजपा थी, इसलिए सबकुछ आसान था। तख्तापलट की इस कार्यवाही में भी कोई नोबल काज नहीं था। हरीश रावत के सत्ता में आने के बाद विजय बहुगुणा से लेकर हरक सिंह रावत मनमानी नहीं कर पा रहे थे, उनकी संभावनाएं सिमट रही थी, इसलिए तख्तापलट की इस कार्यवाही के लिए क्षेत्रवाद का सहारा लिया गया। हरीश रावत पर गढ़वाल की उपेक्षा का आरोप लगाया गया और ज्यादातर गढ़वाल के विधायक एकत्र होकर सरकार गिराने में जुट गए। इस अभियान में जुटे विधायकों की संख्या 13 तक बताई गई, लेकिन अंतिम समय में नौ ही हाथ आ पाए। यहां केंद्र सरकार तख्तापलट के साथ थी, लेकिन कोर्ट ने पहले तख्तापलट की कार्यवाही को अवैध माना फिर जब भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के नौ विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अयोग्य घोषित किए जाने के सवाल को चुनौती देते हुए कोर्ट में पहुंचे तो कोर्ट ने उन्हें अयोग्य घोषित किए जाने की कार्यवाही को सही माना। यहां नैतिक तौर पर भी उनकी हार हुई।

इस घटनाक्रम के बाद यह बात साफ हो गई है कि प्रजातंत्र की दुहाई देते हुए न थकने वाली भाजपा प्रजातांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को गिराने के लिए हमेशा तत्पर रही है। उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य को अस्थिर करने में भाजपा हमेशा आगे रही। जब कांग्रेस प्रभावशाली स्थिति में थी, वह भी ऐसा ही करती रही, इसमें कोई दो राय नहीं है, लेकिन भाजपा अपने अलोकतांत्रित कृत्य का केवल यह कहते हुए बचाव नहीं कर सकती है कि कांग्रेस भी ऐसा ही करती थी।

हरक सिंह रावत की नारायण दत्त तिवारी को दी गई यह श्रद्धांजलि एक संदेश भी छोड़ रही है, जो हरक सिंह रावत खुद अप्रत्यक्ष तौर पर देना चाहते हैं, वह संदेश है कि मौका आने पर वह भाजपा की सरकार को गिराने से भी नहीं चूकेंगे। हालांकि भाजपा की राज्य सरकार कंफार्टेबल स्थिति में है। 57 अपने विधायकों के अतिरिक्त उसे दो-तीन और विधायकों का भी समर्थन सरकार के पास है। लेकिन जिस तरह भाजपा के अंदर असंतोष खदबदा रहा है। भाजपा के विधायक खुद अपने मुंह से कहते हुए सुने जा रहे हैं कि उनके नेता नरेंद्र मोदी नहीं हरीश रावत हैं। कांग्रेस विधायकों के विधानसभा गेट पर धरने के दौरान द्वाराहाट के भाजपा विधायक महेश नेगी ने सार्वजनिक तौर पर यह बात कह दी थी। सदन में अपनी पार्टी की सरकार को विपक्ष के बजाय भाजपा विधायक घेर रहे हैं। खुद हरक सिंह रावत जिस तरह कांग्रेस में रहते हुए अपने को स्वतंत्र महसूस कर रहे थे, भाजपा में उनकी स्वतंत्रता बाधित हो रही है। यही स्थिति अन्य विधायकों की भी है। इस सरकार के कार्यकाल को दो साल पूरे होने जा रहे हैं। अंदर ही अंदर खदबदा रहा असंतोष सतह पर आने लगा है। हरक सिंह रावत जैसे लोग ही इसे हवा दे सकते हैं। संभव है कि हरक सिंह रावत भाजपा को इस श्रद्धांजलि के जरिये यही संदेश देना चाहते हैं।

Tags: uttarakhand-satta-change
ShareSendTweet
Previous Post

अजब-गजब : क्रिकेट प्रतियोगिता की ट्रॉफी ले गया गुलदार.. जानिए सच्ची खबर के बारे में

Next Post

इन खूबसूरत लोकेशन में हुई केदारनाथ की शूटिंग, देखकर जाने का करेगा मन

Related Posts

उत्तराखंड

पहाड़ के लोकजीवन में रची बसी हुड़किया बौल

July 9, 2025
10
उत्तराखंड

मुख्यमंत्री ने किया ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ आउटलेट का उद्घाटन

July 8, 2025
15
उत्तराखंड

कहीं गुजरे जमाने की बात न हो जाए ‘ढोल दमाऊ ‘ हुनरमंदों का हो रहा मोहभंग

July 8, 2025
17
उत्तराखंड

डोईवाला: बाजार मूल्य से अधिक की दाल उठाने से विक्रेताओं ने किया इनकार

July 8, 2025
13
उत्तराखंड

डोईवाला: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने कसी कमर

July 8, 2025
11
उत्तराखंड

प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार और नींद जरूरी: डॉ भारद्वाज

July 8, 2025
8

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Popular Stories

  • चार जिलों के जिलाधिकारी बदले गए

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • डोईवाला : पुलिस,पीएसी व आईआरबी के जवानों का आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण सम्पन्न

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • ऑपरेशन कामधेनु को सफल बनाये हेतु जनपद के अन्य विभागों से मांगा गया सहयोग

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  •  ढहते घर, गिरती दीवारें, दिलों में खौफ… जोशीमठ ही नहीं

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • विकासखंड देवाल क्षेत्र की होनहार छात्रा ज्योति बिष्ट ने किया उत्तराखंड का नाम रोशन

    0 shares
    Share 0 Tweet 0

Stay Connected

संपादक- शंकर सिंह भाटिया

पता- ग्राम एवं पोस्ट आफिस- नागल ज्वालापुर, डोईवाला, जनपद-देहरादून, पिन-248140

फ़ोन- 9837887384

ईमेल- shankar.bhatia25@gmail.com

 

Uttarakhand Samachar

उत्तराखंड समाचार डाॅट काम वेबसाइड 2015 से खासकर हिमालय क्षेत्र के समाचारों, सरोकारों को समर्पित एक समाचार पोर्टल है। इस पोर्टल के माध्यम से हम मध्य हिमालय क्षेत्र के गांवों, गाड़, गधेरों, शहरों, कस्बों और पर्यावरण की खबरों पर फोकस करते हैं। हमारी कोशिश है कि आपको इस वंचित क्षेत्र की छिपी हुई सूचनाएं पहुंचा सकें।
संपादक

Browse by Category

  • Bitcoin News
  • Education
  • अल्मोड़ा
  • अवर्गीकृत
  • उत्तरकाशी
  • उत्तराखंड
  • उधमसिंह नगर
  • ऋषिकेश
  • कालसी
  • केदारनाथ
  • कोटद्वार
  • क्राइम
  • खेल
  • चकराता
  • चमोली
  • चम्पावत
  • जॉब
  • जोशीमठ
  • जौनसार
  • टिहरी
  • डोईवाला
  • दुनिया
  • देहरादून
  • नैनीताल
  • पर्यटन
  • पिथौरागढ़
  • पौड़ी गढ़वाल
  • बद्रीनाथ
  • बागेश्वर
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • रुद्रप्रयाग
  • रुद्रप्रयाग
  • विकासनगर
  • वीडियो
  • संपादकीय
  • संस्कृति
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • साहिया
  • हरिद्वार
  • हेल्थ

Recent News

पहाड़ के लोकजीवन में रची बसी हुड़किया बौल

July 9, 2025

मुख्यमंत्री ने किया ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ आउटलेट का उद्घाटन

July 8, 2025
  • About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.