महिपाल गुसाईं/हरेंद्र बिष्ट।
देहरादून।महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल एवं उत्तराखंड राज्य के दूसरे पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने उत्तराखंड को रोजगार मांगने वाले राज्य के बजाय इसे रोजगार देने वाले राज्य के रूप में विकसित करने के लिए राज्य के ऐसे उद्ययमियों जों कि अलग-अलग क्षेत्रों में अग्ररणीय कार्य कर रहे हैं उन्हें आगे लाने की बात कही।उनका कहना हैं कि महाराष्ट्र के राज्यपाल का दो साल का कार्यकाल त्याग कर उत्तराखंड लौटने का उना मुख्य उद्देश्य भी आत्म निरभर राज्य बनाने में अपनी भूमिका निभाना हैं।
बुधवार को देहरादून के डिफेंस कालोनी स्थित आवास में फूरत के क्षणों में उत्तराखंड के पहाडी क्षेत्रों में कार्य कर रहे सक्रिय पत्रकारों के एक प्रतिनिधी मंडल से बेवाक वार्तालाप कर रहे थे। बतौर कोश्यारी ने कहा कि उनका महाराष्ट्र के राज्यपाल का कार्य दो वर्ष शेष था। किंतु उत्तराखंड को एक आत्मनिर्भर राज्य बनाने, राज्य के तमाम हिस्सों में अलग-अलग क्षेत्रों में स्वरोजगार कर अपने साथ अन्य को रोजगार दे रहे उद्ययमियों को एक मंच में लाने का प्रयास करना हैं। इसके लिए मीडिया को भी आगे आने की अपील की। उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि जब वे गवर्नर महाराष्ट्र थें तो उन्होंने एक सौ से अधिक युवाओं को नौकरी के बजाय उत्तराखंड में स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रेरित किया तों वे युवा राज्य के अलग-अलग हिस्सों में अपनी आर्थिकी को मजबूत बनाने के साथ ही अन्य लोगों को रोजगार दे रहे। पूर्व गवर्नर कोश्यारी ने कहा कि वें राज्य में बड़े औद्योगिक घरानों को राज्य में लाने के बजाय यहां के छोटे उद्योगपत्तियों को बढ़ा बनाने के पक्ष में हैं ताकि यहां की आर्थिकी और मजबूत हो सके।