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01– फूलों की घाटी की व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे आलाधिकारी।
02- घाटी मंे विचरण करता हुआ हिमालियन भालू।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। प्रकृति प्रेमी पर्यटकों के लिए खुशबरी। एक जुलाई से खुलेगी विश्व धरोहर फूलों की घाटी। वन महकमे के आलाधिकारियों ने घाटी मंे पंहुचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
1 जुलाई से पर्यटक न केवल प्रकृति की अनमोल धरोहर बल्कि वन्य जीवांे का भी दीदार कर सकेंगे। कोरोना महामारी के बीच वन महकमे ने विश्व धरोहर फूलों की घाटी को भी पर्यटको के लिए खोलने का निर्णय लिया है। वन विभाग के आलाधिकारियों ने तीन दिनों तक घाटी का भ्रमण कर ब्यवस्थाओ का जायजा लिया। घाटी मे मार्गो व पुलियों की मरम्मत के साथ ही पौलीगोनम घास को भी उखाडने का कार्य किया जा चुका है।
फूलांे की घाटी की ब्यवस्थाओं का जायजा लेने नन्दा देवी वायोस्फेयर के प्रभारी निदेाक/वन सरंक्षक अमित कॅवर, व नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क के उपवन संरक्षक नन्दा बल्लभ शर्मा टीम के साथ पंहुचे। ब्यवस्थाओ को जायजा लेकर लौटै डीएफओ श्री शर्मा ने बताया कि फूलों की घाटी के अन्दर मार्गो का सुधारीकरण के साथ ही पुलियों का निर्माण कर लिया गया हैं। अब घाटी पर्यटकों के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होने बताया कि घाटी मे इन दिनो करीब 45किस्म के फूल खिले है। और घाटी को 1जुलाई से पर्यटको के लिए खोल दिया जाऐगा। इस दौरान कोविड नियमो का पालन किया जाना आवयश्क होगा। घाटी मंे तीन दिवसीय भ्रमण के लिए पंहुचे अधिकारियों के साथ वन दरोगा अनूप कुमार व मनोज उनियाल के अलावा रमेश सिंह व जसपाल सिंह आदि वन कर्मी भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि विश्व धरोहर फूलों की घाटी प्रतिवर्ष 1जून को पर्यटको के लिए खोल दी जाती हैं। लेकिन विगत वर्ष और इस वर्ष भी काविड-19 के कारण घाटी को तय समय के पश्चात ही खोला जा रहा है। हाॅलाकि विगत वर्ष 15अगस्त को घाटी को पर्यटको के लिए खोली गई थी। इस पार 45 दिन पूर्व 1जुलाई को खोली जा रही है। इसके अलावा एनटीसीए पहले ही देशभर के जू व पार्को को खोलने की अनुमति दे चुका है।