फोटो-वन पंचायत सरपंच को टूल किट देते हुए वन संरक्षक व उपवन सरंक्षक ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के डीएफओ एनबी शर्मा ने कहा कि कैट प्लान के अंर्तगत आच्छादित वन पंचायतों को हर स्तर पर संसाधन उपलब्ध कराए जाऐगे। उन्होने शैक्षिक भ्रमण व क्षमता विकास के कार्यक्रमों के आयेाजनो को शीघ्र शुय कराने का आश्वासन दिया।
श्री शर्मा यहाॅ नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क कार्यालय परिसर मे नंदा देवी वायोस्फैयर के निदेशक/वन संरक्षक बीपी ंिसहं की अध्यक्षता मे आयेाजित कार्यशाला मे मौजूद संरपचों को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि लाता-तपोवन,तपोवन-विष्णुगाड तथा विष्णुगाड-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजनाओं के कैट प्लान से आच्छादित वन पंचायतों के सरपंचो को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि वन, वन्य जीवांे व पर्यावरण सरंक्षण मे वन पंचायतों की अहम भूमिका हैं, और विभाग का प्रयास रहेगा कि कैट प्लान के तहत न केवल गोष्ठी व कार्यशाला का ही आयेाजन हो ब्लकि सरंपचों के माध्यम से चयनित काश्तकारों व ग्रामीणों का शैक्षिक भ्रमण व क्षमता विकास के कार्यक्रम भी आयेाजित किए जाए। ताकि क्षेत्र के काश्तकार नवीनतम तकनीकी की जानकारी हासिल कर आत्मनिर्भर बनने की ओ अग्रसर हो सके।
कार्यशाला मे मौजद वन पंचायत सरपंचों ने कैट प्लान के क्रियान्वयन तथा उसके सफल संपादन व बेहतर परिणाम हेतु अनेक सुझाव दिए। इससे पूर्व वन दारोगा मुकेश शाह ने नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क जोशीमठ के माध्यम से तीनों संचालित कैट प्लान की विस्तार से जानकारी दी।
कार्यशाला मे निदेाक/वन सरंक्षक श्री सिंह द्वारा कैट प्लान के तहत औद्यानीकरण गतिविधि के अंर्तगत टूल किट, उन्नत किस्म की राजमा, मटार व अन्य सब्जी के बीजांे के साथ गैर कृषि सैक्टर के अंर्तगत स्थानीय शिल्पकला का बढावा देने के उदेश्य से लोहार, राजमिस्त्री तथा कारपेन्टर कार्यो हेतु टूल किटों का भी वितरण किया गया।
इस कार्यशाला मे तीनों परियोजनाओं के कैट प्लान के अंर्तगत आने वाले 29सरंपचों व उनके सचिवों के अलावा जोशीमठ रैंज के वन क्षेत्राधिकारी विजय लाल आर्या, फूलों की घाटी रैंज के वन क्षेत्राधिकारी बृजमोहन भारती, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी व विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।