उर्गम घाटी, जोशीमठ। तीन दिवसीय विश्वकर्मा जागर चाँई गांव में शुरू हो गया है। इसकी तैयारी जोरों पर चल रही है। लोक कलाकारों ने पूजा मंडप को जोरदार ढंग से अपनी चित्रकारी के माध्यम से सजाने का हर संभव प्रयास किया है।
उत्तराखंड देवभूमि प्रतिभाओं की कमी नहीं है लोक कलाकारों को निखारने की आवश्यकता है। उरगम घाटी के लोक कलाकार राजेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में एवं परंपरा से लिखवार प्रकाश डिमरी बद्रीनाथ लक्ष्मी के पुजारी उभरते हुए कलाकार अखिलेश सजवान जैसे कलाकारों ने पूजा मंडप की सुंदरता पर चार चांद लगा दिए हैं। इस पूजा मंडप में पंचनाम देवताओं के अलावा विश्व के प्रकृति चित्रण को इसमें उकेरा गया है। भगवान विष्णु की से सैया एवं मां भगवती का चतुर्भुज रूप खासी कलाकृति से सजाया गया है। विश्वकर्मा को मंदिरों के निर्माता माना जाता है। प्रकृति के चित्रों को भी स्थान दिया गया है। 17 दिसंबर से प्रारंभ होकर 19 दिसंबर 2021 को मेला संपन्न किया जाएगा 3 दिनों तक परंपरागत रूप से विश्वकर्मा की जागर का गायन किया जाएगा।
लक्ष्मण सिंह नेगी की रिपोर्ट












