मतदान के लिए संसदीय चुनाव में लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। गैरसैंण में सुबह साढ़े छह बजे से ही लोगों की लाइन लगनी शुरू हो गई थी। सिमलास पोलिंग बूथ में सुबह ग्यारह बजे से 38 प्रतिशत से अधिक मतदान हो चुका था। इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि किस तरह लोग वोट देने के लिए उत्सुक थे।
सत्रहवीं लोक सभा के चुनाव में लोग वोट देने को लेकर अत्यधिक उत्साहित देखे जा रहे हैं, जबकि होता यह था कि लोक सभा चुनाव के प्रति लोगों में ज्यादा उत्साह नहीं होता था। लोक सभा चुनाव में पचास प्रतिशत मतदान होने को भी बेहतर मान लिया जाता था। अब स्थिति में बदलाव आया है। मैं खुद सिमलास ग्रांट मतदान केंद्र पर वोट देकर आया। अपना वोट देने के बाद जब मैंने बूथ प्रभारी से मतदान की स्थिति के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि सुबह ग्यारह बजे तक 38 प्रतिशत से अधिक मतदान हो चुका है। उसके बाद भी बाहर काफी लंबी लाइन लगी हुई थी।
गैरसैंण संवाददाता के अनुसार सुबह साढ़े छह बजे से ही इस प्रस्तावित राजधानी में लोग बूथों पर लाइन लगाकर खड़े हो गए थे। पर्वतीय तथा मैदानी क्षेत्र के ये दो उदाहरण यह बताने के लिए काफी हैं कि लोगों में मतदान के प्रति काफी उत्साह है। अक्सर माना जाता है कि ज्यादा उत्साह सरकार बदलने के लिए होता है, लेकिन इसका दूसरा पक्ष भी हो सकता है यदि मोदी फैक्टर इस बार भी चल पड़ा है तो यह भी संभव है कि यह उसी का रुझान हो। 23 मई को आने वाले नतीजे लोगों के उत्साह की पुष्टि करेंगे। लेकिन इस रुझान से लग रहा है कि उत्तराखंड में आम चुनाव में 70 प्रतिशत से अधिक मतदान संभव हो सकता है।