वर्षा आधारित खेती पर निर्भरता पर्वतीय क्षेत्र में सामान्य परिदृश्य है। फलस्वरूप फसल से अपेक्षित गुणवत्ता एवं उत्पादकता खासी प्रभावित होती रहती है। इस समस्या के मध्यनजर एचडीएफसी बैंक एवं हिमालयन एक्शन रिसर्च सेन्टर हार्क के संयुक्त प्रयासों से यमुना वैली के दुरस्थ धारी कफनौल के मताड़ तोक में 5 हार्सपावर एवं 1.94 ली. सेकंड वाटर फ्लो की क्षमता का सोलर वाटर लिप्टिंग तकनीक का प्रदर्शन किया गया।
यहां पानी के अभाव के चलते वर्तमान में बंजर पड़ी 4 हे0 भूमि जो वर्षों से असिंचित थी तथा उत्पादक इसका लाभ नहीं ले पा रहे थे, यहां गहराई में स्थित जल स्रोत से लगभग 450 मी ऊॅचाई पर पानी को लिफ्ट कर, इसमें सिंचाई की सुविधा. सृजित कर सिंचित क्षेत्र में परिवर्तित करना मुख्य है। इस प्रयास के चलते अब यहां के 4 गांवों जिनमें बिजलाड़ी, नरयुंका, खाबला, पमाड़ी आदि के तकरीबन 100 से भी अधिक किसानों को नकदी फसल जिसमें टमाटर, मटर, खीरा, फ्रेंचबीन की उन्न्त प्रजातियों का उत्पादन कर इसका भरपूर लाभ ले सकेंगे। यह प्रयास क्लस्टर फार्मिंग के साथ ही खेती में परम्परागत ज्ञान के साथ.साथ वैज्ञानिक कृषि तकनीक को प्रोत्साहित करना मुख्य है।