
कमल बिष्ट।
कोटद्वार। कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग लैंसडौन के तत्वावधान में टाइगर रिजर्व प्रभाग लैंसडौन की वेबसाइट लॉचिंगए पाखरो नेचर ट्रेल फॉर बर्ड वाचिंग, पाखरो, वतनवासा, दुर्गादेवी सफारी जोन का वार्षिक शुभारंभ समारोहपूर्वक किया गया। इस अवसर पर अजय कुकरेती के द्वारा तैयार कार्बेट पार्क के पक्षियों पर आधारित विभागीय केंद्र अतिथियों द्वारा कालागढ़ टाइगर रिजर्व का वार्षिक कलेंडर का विमोचन भी किया। जिसमें भारतवर्ष के लगभग 1500 पक्षियों की प्रजातियों में से 600 पक्षी प्रजाति कार्बेट पार्क आरक्षित वन क्षेत्र में पाई जाती हैं, जिनका दीदार करने विश्वभर की पर्यटक आते हैं।
वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने उपस्थित जनों को जानकारी देते हुए बताया कि कार्वेट में 250 से भी अधिक टाइगर हाथियों का झुंड राजाजी नेशनल पार्क की बफर जोन के होने से कोटद्वार भाबर की जनता विभिन्न प्रकार के वन्य जीव पाबन्दियों के चलते दंश झेलती आ रही है। जिसकी वजह से लगभग 40 किलोमीटर से भी अधिक सड़क मार्ग से दूरी कर तय करनी होती हैए इस क्षेत्र में हाथियों का हजूमए टाइगर तथा वन क्षेत्र में वह तमाम रुकावटें झेलनी पड़ती है। जो बड़ा मुश्किल कार्य है जिसमें कई बार मानव वन्यजीव संघर्ष दिखाई दिया है।
कार्बेट टाइगर रिशेप्सन सेंटर में बतौर मुख्य अतिथि वन मंत्री डॉण् हरक सिंह रावत ने टाइगर रिजर्व प्रभाग लैंसडौन की वेबसाइट का विधिवत उद्घाटन किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि दुनियाभर के पर्यटक कार्बेट में पक्षियों का दीदार करने के लिए आते हैं। पक्षियों में प्रकृति ने विभिन्न रंग भरे हैं और इन्हें देखते ही आनंद की अनुभूति होने के साथ ही संतुष्टि मिलती है। कोटद्वार, कोल्हूचौड़, हल्दूपड़ाव, वतनवासा, ढिकाला, कांडा, लोहाचौड़ में बर्ड वाचिंग के लिए बेहतर है। इस बार बर्ड फेस्टिबल के बजाय विभाग ने नेचर ट्रेल फॉर बर्ड वाचिंग शुरू करने के साथ ही साइट की लांचिंग कर रहे हैं। उनका हमेशा से ही प्रयास रहा है कि कुछ नया किया जाएगा।
इसी के तहत जहां हरिद्वार के बाद देहरादून से राजाजी के लिए सफारी की शुरूआत की गई, वहीं लच्छीवाला जू के माध्यम से दुनिया को लाइव शो और साउंड की सुविधा उपलब्ध कराई गई। उन्होंने कहा कि हम दूसरे का हक नहीं छीनना चाहते, लेकिन पौड़ी जनपद वासियों के बलिदान की बदौलत ही सूबे में 200 टाइगर के साथ ही हाथियों का बड़ा दल खड़ा रहता है। कोटद्वार कार्बेट और राजाजी के कोर जोन तथा बफर जोन के नजदीक होने का दंश झेल रहा है। यहां तक कि लालढांग.चिलरखाल मुख्य सड़क तक नहीं बन पा रही थी। उन्होंने कहा कि वन मंत्रालय मिलने के बाद हम ऊंची उड़ान के पक्षधर रहे हैं। परन्तु सीढ़ी दर सीढ़ी आगे बढ़ रहे हैं और करीब 80 फीसदी तक वह विकास कार्य कराने में सफल भी रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उन्होंने टाइगर सफारी का सपना नहीं देखा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में लाइन सफारी शुरू की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ढिकाला आगमन के दौरान टाइगर सफारी की घोषणा थी। उसी को आधार मानकर इस कार्य को आरम्भ किया। उसके बाद इसे ही धरातल पर उतारने के प्रयास शुरू कर दिए। इस कार्य में आखिरकार अपने विभागीय काबिल अधिकारियों के साथ मिलकर हुई कार्बेट की 70ः टाइगर सफारी जोन में लैंसडौन वन प्रभाग क्षेत्र में पाखरो, वतनवासा तथा दुर्गा देवी टाइगर सफारी जॉन खुलवाने की लड़ाई जीत सके। उन्होंने कहा कि लालढांग चिलरखाल मार्ग का मामला सुप्रीम कोर्ट में जाने पर वन महकमे के अधिकारी घबरा गए थे, वहीं वह सबसे ज्यादा खुश हुए। उन्हें पूरी उम्मीद थी कि सर्वोच्च अदालत में सत्य की जीत होगी। उन्होंने कहा कि जब उद्देश्य और भावनाएं सही हों, प्रदेश और देश के लिए बड़ा काम करना हो तो बाधाएं आती है, लोग स्पीड ब्रेकर खड़ा करते हैं, लेकिन उन्होंने सभी स्पीड ब्रेकर को पार कर लक्ष्य के नजदीक पहुंच रहे हैं।
उन्होंने विकास के रास्तें में आ रही बाधाओं को दूर करने में मदद करने वालों का आभार प्रकट किया। कहा कि टाइगर सफारी के लोकार्पण का दिन महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने सभी लोगों से वेबसाइट का प्रचार प्रसार करने में जुट जाने का आह्वान किया। कार्बेट के निदेशक राहुल ने अतिथि मौके पर मंडी समिति के अध्यक्ष सुमन कोटनाला, केटीआर के डीएफओ किशनचंद, कालागढ़ टाइगर रिजर्व के एसडीओ एलआर नाग वन राजि अधिकारी नवीन चंद जोशी, जिला पंचायत सदस्य हरिद्वार बृज रानी, भुवनेश खर्कवाल, उमेश त्रिपाठी, रश्मि सिंह, शशि नैनवाल, कै जीसी धस्माना, पार्षद मालती बिष्ट, आशा डबराल, कुलदीप रावत, जयदीप नौटियाल, अमित भट्ट, कमल नेगी, मुन्नालाल मिश्रा, संग्राम सिंह भंडारी, गौरव डोबरियाल, अजय कुकरेती, ज्ञान सिंह, बृजपाल राजपूत, मानेश्वरी बिष्ट, राकेश मित्तल, नीना बैंजवाल, आशा ध्यानी, बीना रावत, रानी नेगी, जीएमओयू के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल, मैनेजर ऊषा सजवाण, दीनानाथ भाटिया, गोपाल कृष्ण अग्रवाल, रिशेप्शसन सेंटर के प्रभारी रवींद्र देव जखवाल, सुमित गर्ग, राम कुमार अग्रवाल आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सीपी नैथानी ने किया।












