फोटो– जनजाति निदेशालय मे कार्यभार ग्रहण करने के दौरान श्री रावत के साथ कर्णप्रयाग के विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी व अन्य ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। नव मनोनीत राज्य मंत्री रामकृष्ण सिंह रावत द्वारा कार्यभार ग्रहण करने के बाद गृह नगर जोशीमठ पंहुचने पर कार्यकर्ताओ द्वारा भब्य स्वागत किया जाऐगा।
अनुसूचित जनजाति मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व भाजपा चमोली के जिलाध्यक्ष रहे व जोशीमठ नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष रामकृष्ण ंिसह रावत को प्रदेश सरकार द्वारा जनजाति कल्याण परिषद मे राज्य मंत्री स्तर का उपाध्यक्ष मनोनीत किए जाने के बाद मंगलवार को श्री रावत ने जनजाति निदेशालय मे विधिवत कार्यभार ग्रहण किया। कार्यालय मे कार्यभार ग्रहण करने से पूर्व श्री रावत ने विधिवत पूजन व हवन किया।
कार्यभार ग्रहण करने के अवसर पर कर्णप्रयाग के विधायक सुरेन्द्र सिह नेगी, राज्य मंत्री रिपुदमन सिह रावत,बदरीनाथ विधान सभा के संयोजक राकेश भंडारी, पूर्ण कालिक चंडी प्रसाद बेलवाल,जिपं देहरादून की पूर्व अध्यक्ष मधु चैहान,,सहित अनेक लेाग मौजूद थे। राज्य मंत्री मनोनीत होने व कार्यभार ग्रहण करने के बाद गृह नगर जोशीमठ आगमन पर कार्यकर्ताओ द्वारा श्री रावत का अनेक स्थानो मे स्वागत किया जाऐगा।
बदरीनाथ विधानसभा के संयोजक राकेश भंडारी के अनुसार श्री रावत का घोलतीर, गौचर, कर्णप्रयाग, नंदप्रयाग व चमोली व गोपेश्वर मे भाजपा कार्यकर्ताओ द्वारा भब्य स्वागत किया गया। भाजपा जोशीमठ नगर अध्यक्ष मुकेश डिमरी ने नगर जोशीमठ के सभी कार्यकर्ताओ के साथ ही जोशीमठ के आमनागरिकों से राज्य मंत्री श्री रावत के प्रथम आगमन पर स्वागत के लिए कामेट तिरोह पर पंहुचने का आग्रह किया है।
गौरतलब है कि रामकृष्ण सिंह रावत वर्ष 1990-91 से लगातार भारतीय जनता पार्टी की सेवा मे जुटे हैं। वर्ष 1997 मे भाजपा ने उन्है जोशीमठ नगर पालिका अध्यक्ष का टिकट दिया था। और उन्होने शानदार जीत दर्ज कर पाॅच वर्ष के कार्यकाल को एतिहासिक कार्यकाल बनाया। उनके द्वारा नगर मे किए गए विकास कार्यो को आज मे सराहा जाता है। श्री रावत ने जिलाध्यक्ष का कार्यकाल भी बेहतर तरीके से पूरा किया और इस दौरान वर्ष 2007 मे हुए विधानसभा चुनाव मे जनपद की चार मे से तीन सीटे पार्टी की झोली मे डाली। वे हमेशा पार्टी कार्यक्रमो मे सम्मलित होते रहे है। और उन्है दो बार भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्च का अध्यक्ष बनाया गया । वर्तमान मे श्री रावत भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्च के अध्यक्ष पद पर आसीन है।
राज्य मंत्री बनाए गए श्री रावत की गिनती भाजपा के बरिष्ठ नेताओ मे होती रही हैं इससे पूर्व भी वर्ष 2007-08 मे भी उन्है दर्जाधारी राज्य मंत्री का ओहदा दिया जा रहा था, समाचार चैनलो ने सूची के अनुसार उनका नाम भी दर्जाधारी राज्य मंत्रियों मे दिखाया था लेकिन ऐन वक्त पर उनका नाम सूची से हटा लिया गया। इसके वावजूद भी श्री रावत उसी लगन से भाजपा की सेवा मे निरंतर जुटे रहे। विधानसभा चुनाव मे भी बदरीनाथ विधानसभा से उनका टिकट लगभग फाइनल ही लग रहा था। लेकिन यहाॅ भी उन्है निराश होना पडा था। यही नही सीमांत विकास ख्ंाड जोशीमठ के ही श्री मोहन प्रसाद थपलियाल को राज्य मंत्री बनाकर बदरी-केदार मंदिर समिति मे भेजा गया था। तो तब कयास लगाए जा रहे थे कि एक विकास ख्ंाड से क्या दो लोगो को राज्य मंत्री स्तर मिल सकेगा! लेकिन श्री रावत की पार्टी के प्रति निष्ठा ही उन्है राज्य मंत्री बनाने मे सहायक सिद्ध हुई।
ऐसा नही है कि उनको जनजाति कल्याण परिषद मे उपाध्यक्ष का दर्जा मिलने पर केवल जनजाति समाज मे ही खुशी की लहर हो। श्री रावत व श्री थपलियाल को राज्य मंत्री बनाए जाने पर पूरे जनपद व पैनखंडा जोशीमठ मे सभी वर्गो मे खासा उत्साह का माहौल है। और लोगेा का उम्मीद है कि जनपद व क्षे.त्र के विकास मे ये दोनो लोग मील का पत्थर साबित होगे।