थराली से हरेंद्र बिष्ट।
जिला चमोली के देवाल एवं थराली विकासखंडों की दो महत्त्वपूर्ण थराली.देवाल.मंदोली.वांण एवं ग्वालदम.नंदकेशरी मोटर सड़कों की दशा आखरी कब तक सुधरेगी एक बड़ा प्रश्न बन कर उभरने लगा हैं। निर्माण के पांच दशक बाद भी इन दोनों ही सड़कों की स्थिति बद से बद्तर बनती जा रही हैं।इन सड़कों ने अपने पांच दशक के इतिहास में केवल इस वर्ष एक तगमा हासिल किया हैएकि दोनों को ही जिला सड़कों की सूची से हटा कर राजमार्ग का दर्जा प्राप्त हो गया हैंए परन्तु राजमार्ग के अनुरूप इनके रखरखाव एवं नवनिर्माण के लिए किसी भी तरह का धेलाभर भी पैसा नही दिया गया हैं।
दरअसल सत्तर के दशक में लोनिवि के द्वारा थराली.देवाल मोटर सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया।बाद के वर्षों में इस का निर्माण देवाल से मंदोलीए लोहाजंग एवं वर्तमान में वांण तक किया जा चुका हैं। इसकी कुल लंबाई 50 किमी हैं। इसी तरह से उसी दशक में वन विभाग के द्वारा 18 किमी ग्वालदम.नंदकेशरी मोटर सड़क का निर्माण अपनी वन उपज के ढुलान के लिए किया गया। किंतु बाद में इस मार्ग के महत्व को समझते हुए सरकार ने इस सड़क को लोनिवि को हस्तांतरित कर दिया।आज दोनों ही सड़कों का रखरखाव का जिम्मा लोनिवि थराली के पास हैं। वर्तमान में जहां पूरे राज्य में अन्य सड़कों की कायाकल्प करने की बात कही जा रही हैंएवही इन दोनों सड़कों की स्थिति बद से बद्तर बनी हुई हैं। इन सड़कों पर पड़े खड्ड़ो को देख कर कहना मुश्किल हो जाता है कि सड़कों पर खड्ड़े हैं या खड्ड़े पर सड़क।यह बात भी नहीं है कि इन सड़कों पर वाहनों का आवागमन नही हैं। दोनो ही सड़कों पर प्रति दिन सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। यही दोनों मोटर सड़कें तमाम देशी एवं विदेशी सैलानियों को वेदनीएभैकलतालएसुपताल जैसे विख्यात ट्रेकिंग रूट तक पहुंचाने वाली सड़कें हैं।देशीए विदेशी ट्रेकर्स जितना पैदल ट्रैक पर नही थकता हैए उससे कई अधिक वह इन दोनों ही सड़कों पर वाहनों में बैठ कर थक जाता हैं।आम जनता को तों अब सायद इन सड़कों पर धक्का खाने की सी आदत बन चुकी हैं।यही कारण है कि कभी कभार बड़े नेताओं के क्षेत्र के भ्रमण पर आने पर स्थानीय प्रतिनिधि इन सड़कों को सुधारने का रोना उनके सामने जरूर रो देती हैएसत्ता पक्ष हो अथवा विपक्ष के नेता अपनी.अपनी बातें कह कर जनता के सड़क के दर्द पर कुछ देर के लिए मरहम लगा देते हैं और जनता उसके बाद खामोशी अख्तियार कर लेती है। और सड़कों की दशा प्रति वर्ष सुधरने के बजाय बिगड़ती जा रही हैं।
दोनो ही मोटर सड़कें विश्व प्रसिद्ध श्री नंदा देवी राजजात यात्रा के मुख्य मोटर सड़कों में सुमार हैंएइसी को देखते हुए 2014 में सम्पन हुई श्री नदा देवी राजजात यात्रा से पहले2013.14 में कांग्रेस सरकार के समय इन सड़कों में सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य किया गया था। उसके बाद 2013 में आई भारी दैवी आपदा से भी इन सड़कों को भारी नुकसान हुआ था। जिनके मरम्मद कार्य पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए। किंतु इसके बाद इन दोनों ही सड़कों पर वर्तमान सरकार के द्वारा किसी भी तरह का ध्यान नही दिया गया।वर्ष 2018 में जरूर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 2.2 बार थराली.देवाल.वांण मोटर सड़क को हॉटमिक्स किए जाने की घोषणा की थी जो कि आज तक भी धरातल पर नही उतर पाई हैं। घोषणा के बाद इस सड़क पर कच्चा एवं पक्का गड्ड़ा भराई का कार्य कर एक तरह से आम जनता के मुंह चिढ़ा रहा हैं।इस सड़कों की दुर्दशा के कारण आम जनता इन सड़कों पर यात्रा करने से भी कतराती हैं। मजबूरन ही उन्हें इन सड़कों पर यात्रा करनी पड़ रही हैं।
सुशील रावत पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री एव पूर्व प्रमुख थराली।
थराली.देवाल.वांण एवं ग्वालदम.नंदकेशरी मोटर सड़कें इस क्षेत्र की आम जनता के साथ ही पर्यटको के लिए भी महत्वपूर्ण सड़क हैं।इसकी इसी महत्ता को देखते हुए राज्य सरकार ने इसी वर्ष इन सड़कों को राज्य मार्ग का दर्जा दें दिया है। जिससे अब दोनों सड़कों का कायाकल्प होना तय हैं। इसके अलावा थराली.वांण सीआरएफ से 10 किमी मोटर सड़क का हॉटमिक्सीग का प्रस्ताव लोनिवि थराली के द्वारा भेजा गया हैं।जिसे जल्द स्वीकृत मिलने की आशा हैं।इन सड़कों के सुधारीकरण के लिए पंचायत प्रतिनिधि लगातार मांग उठाते आ रहे हैं।
डॉ दर्शन दानू
ब्लाक प्रमुख देवाल।












