देहरादून। उत्तराखंड राज्य महिलाओं की कुर्बानी और शहादतों बदौलत प्राप्त हुआ है, लेकिन राज्य बने इन 21 वर्षो में राज्य में महिलाओं का शोषण हुआ है। अभी तक की सरकारें महिलाओं के उत्थान के लिए केवल घोषणाओं और कागजी योजनाओं तक सिमित रही। उक्रांद महिला के केंद्रीय अध्यक्ष प्रमिला रावत ने कहा कि महिलाओं के अधिकार के लिए उक्रांद सजग है। साथ ही मांग की है कि महिला बिल को केंद्र सरकार पास करे। महिलाओं को राजनितिक भागीदारी में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाय।
आगामी विधानसभा चुनाव में महिलाओं को बड़ी भागीदारी रहेगी, राज्य के 21 साल को बदहाली के लिए राष्ट्रीय दलों और दिल्ली वाली पार्टी को मुहतोड़ जबाब देगी। आज इसी परिपेक्ष में समाजसेवी महिला श्रीमती पूजा कृशाली अपने साथियों के साथ उत्तराखंड क्रांति दल में शामिल हुई। विदित है कि श्रीमती पूजा कृशाली आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री नवीन कृशाली कि पत्नी हैं। इस अवसर पर प्रेस को सम्बोधित करते हुए पूजा कृशाली ने कहा कि भले स्वयं एक राजनैतिक दल से मेरा परिवार जुड़ा है, लेकिन वह दल महिलाओं के शोषण व दिल्ली फार्मूला को उत्तराखंड में लागू करने कि कोरी घोषणाएं कर रहा है।
इस अवसर पर श्रीमती स्वाति सिरोही, कल्पना क्षेत्री, सरस्वती गुरुंग, सरिता कंडारी, विवेक पुंडीर, रमेश, शशिकांत वेदवाल उक्रांद में शामिल हुए। प्रेस वार्ता में सुनील ध्यानी, दीपक गैरोला, समीर मुंडेपी, सोमेश बुढ़ाकोटी, शिव प्रसाद सेमवाल, मीनाक्षी घिल्डियाल, सुलोचना इष्टवाल, अनिल डोभाल आदि मौजूद थे।