फोटो- श्री बदरीनाथ धाम के दर्शनों को पंहुचने लगे श्रद्धालु।
प्रकाश कपरूवाण
बदरीनाथ/जोशीमठ। भू-वैकुंठ धाम श्री बदरीनाथ की यात्रा शुरू होने के पहले ही दिन ही 348 श्रद्धालुआंे ने भगवान श्री हरिनारायण के दर्शन किए। प्रतिवर्ष गेंदांे के पुष्पांे से मंन्दिर को सजाने वाले भक्तों की टीम भी देर सांय को बदरीनाथ पहंुची।
उत्तराखंण्ड उच्च न्यायालय द्वारा प्रतिबन्धो के साथ चारधाम यात्रा को हरी झंण्डी दिए जाने के बाद उत्तराखंण्ड सरकार ने भी विना देर किए ही अगले ही दिन एसओपी जारी कर 18 सितम्बंर से ही चारधाम यात्रा शुरू करने का फैसला लिया। और सरकार के फैसले के तुरन्त बाद ही भगवान नारायण के भक्तों का बदरीनाथ धाम पंहुचना शुरू हो गया। शनिवार सुबह से ही बदरीनाथ मे भगवान बदरीविशाल के जयकारो ने कपाट खुलने के बाद चार महीनो से छाई वीरानगी व सन्नाटे को तोडा।
पहले ही दिन समाचार भेजे जाने तक करीब 348 श्रद्धालु भगवान के दर्शनो का पुण्य लाभ अर्जित कर चुके थे। देवस्थानम बोर्ड ने श्रद्धालुओं के दर्शन, पूजन, आवास सहित अन्य सभी सुविधाओं को ब्यवस्थित कर दिया है। देवस्थानम बोर्ड एंव सरकार द्वारा जारी एसओपी का पालने करते हुए ही दर्शन-पूजन कार्यक्रम संपादित किए जा रहे है।
चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद बदरीनाथ के निवासियों के साथ ही चारधाम यात्रा मार्ग पर यात्रा पर निर्भर ब्यवसायियों ने भी राहत की सांस ली। उन्है उम्मीद है कि अब मध्य नवम्बर तक यात्रा चरम पर रहेगी। इसके साथ ही पित्रपक्ष व शारदीय नवरात्रि के पावन पर्वो पर भी अमूमन यात्रियों की संख्या मे बृद्धि होती ही है। लेकिन इस बार क्योकि मई महीने से यात्रा शुरू ना हो पाने के कारण अब कपाट बंन्द होने से पूर्व की बची हुई अवधि मे यात्रियों की संख्या मे आशातीत बृद्धि होने का अनुमान है।
इधर प्रतिवर्ष कपाटोदघाटन के मौके पर सैकडो कुतंल गेदों के फूलो से श्री बदरीनाथ मंन्दिर एंव सिंहद्वार को सजाने वाले भक्तो की टीम जो कपाट खुलने के मौेके पर कोरोना के कारण नही आ सके थे, अब वे यात्रा शुरू होने के फरमान के बाद गेदों के पुष्पो के साथ शनिवार को बदरीनाथ पंहुच गए है।












