फोटो- छठे अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस पर वसुधारा-सतोपंथ ग्लेशियर में योगासन करते आईटीबीपी के हिमबीर ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। 14 हजार फीट की ऊॅचाई पर वसुधारा ग्लेशियर पर आईटीबीपी के हिमवीरांे ने योगासन कर अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस मनाया। पर्वतारोहण एवं स्कीइंग संस्थान औली मंे विश्व योग दिवस पर योगाभ्यास से संबधित कार्यक्रमांें का आयोजन किया गया। कोविड-19की साया में सीमांतवासियों ने भी अपने घरों में योग व प्राणायम कर विश्व योग दिवस मनाया।
6ठे अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस पर आईटीबीपी के हिमबीरों ने उच्च हिमालयी ग्लेशियर प्वांइट पर पंहुचकर योगासन किए। पर्वतारोहण एंव स्कीइंग संस्थान आईटीबीपी औली के द्वारा इन दिनो वसुधारा-सतोपंथ ग्लेशियर एरिया मे हिमबीरों को कठिन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान ही विश्व योग दिवस के संयोग को आईटीबीपी के हिमबीरों ने कई फीट ऊॅचे ग्लोशिर मे ही अनेक योगासन कर विश्व योगदिवस मे सहभागी बने। आईटीबीपी के इस कठिन प्रशिक्षण अभियान मे कुल 108 हिमबीर प्रतिभाग कर रहे है जिनमे 13महिला सब इंस्पेक्टर प्रशिक्षु भी है। इन सभी का प्रशिक्षण पर्वतारोहण एंव स्कीइंग संस्थान आईटीबीपी औली के प्रधानाचार्य/डीआईजी गंभीर सिंह चैहान एवं प्रशिक्षण अधिकारी सहायक सेनानी नरेन्द्र सिहं रावत के मार्गदर्शन मे दिया जा रहा है। विश्व योग दिवस पर सभी 108 हिमबीरों ने ग्लेशियर के ऊपर योग के अनेक आसनो का प्रदर्शन किया।
विश्व विख्यात हिमक्रीडा केन्द्र औली मे आईटीबीपी का पर्वतारोहण एंव स्कीइंग संस्थान सत्तर के दशक मे ही स्थापित हो चुका था। तब से इस संस्थान द्वारा न केवल आईटीबीपी ब्लकि सेना, नौ सेना व वायुसेना के जवानो व अधिकारियों को भी स्कीइंग एव पर्वतारोहण का प्रशिक्षण दिया जाता है। इस संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त कई हिमबीरो ने दुनिया की सबसे ऊॅची चोटी एवरेस्ट को फतह कर आईटीबीपी व देश का नाम रोशन किया है।
उच्च हिमालयी ग्लेशियर के साथ ही पर्वतारोहण एंव स्कीइंग संस्थान औली, प्रथम वाहिनी आईटीबीपी जोशीमठ व अन्य क्षेत्रों मे भी विश्व योग दिवस पर योग से संबधित अनेक कार्यक्रमों का आयेाजन किया गया। सीमांत क्षेत्र के निवासियों ने कोरेाना महामारी के कारण अपने-अपने घरो व संस्थानो मे सामाजिक दूरी का पालन करते हुए विश्व योग दिवस मनाया ।
पर्वतारोहण एंव स्कीइंग संस्थान औली मे योग कार्यक्रमो के उपरांत हिमबीरो व उनके परिवारजनों को संबोधित करते हुए पर्वतारोहण एंव स्कीइंग संस्थान औली के प्रधानाचार्य/डीआईजी श्री चैहान ने कहा कि योग भारत की प्राचीन पंरपंरा का बहुमूल्य उपहार है,जो मानव जीवन व प्रकृति के बीच का सामंजस्य भी है।कहा कि पर्वतारोहण एंव स्कीइंग संस्थान औली ने अपने सभी प्रशिक्षणों मे योग की कक्षा को संम्मलित कर योग के ब्यापक प्रचार-प्रसार की दिशा मे एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होने सभी हिमबीरो व उनके पारिवारिक सदस्यों को योग को अपनी जीवन शैली मे सम्मलित करने का आवहान किया ।
इस अवसर पर केन्ंद्रीय टीम के मुूख्य स्कींइंग कोच/उप सेनानी नानक चंद्र,सहायक सेनानी/प्रशिक्षण अधिकारी एनएस रावत, सहित संस्थान के अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी हिमबीर व उनके परिवार जन मौजूद रहे ।












