जोशीमठ, उरगम घाटी। उत्तराखंड राज्य में लेखन के धनी राजपाल सिंह बिष्ट मंडल घाटी के रहने वाले 40 वर्षों से निरंतर पत्रकारिता करते हुए एक राजनीतिक पत्रकारिता के विश्लेषक के रूप में स्थान रखते हैं। एक लंबी पत्रकारिता की यात्रा समाज के रूप में करते रहे। उत्तरी ध्रुव से लेकर अमर उजाला, राष्ट्रीय सहारा तक दर्जनों पत्र पत्रिकाओं में लेख प्रकाशित होते रहे, इन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में बीना स्मृति सम्मान इसके बाद आज योगेंद्र शास्त्री प्रथम पत्रकारिता के क्षेत्र का पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
मेंठाणा गांव चमोली में दिया गया उत्तराखंड राज्य आंदोलन के समय एक पत्रकार की हैसियत से नहीं एक आंदोलनकारी की हैसियत से उत्तराखंड आंदोलन के लिए सैकड़ों लेख लिखा। कई छोटे.छोटे संघर्षों को अपनी लेखनी में पिरोने का काम किया। उत्तराखंड के पत्रकारिता जगत के स्तंभ कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। आज भी एक साधारण व्यक्ति की तरह गोपेश्वर शहर में रहकर पहाड़ के दुख दर्द को अपनी लेखनी के माध्यम से पिरोने का काम करते हैं। कई आंदोलन और संघर्षों को जीत की ओर ले जाने में अहम भूमिका रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों की संघर्ष और वहां की लड़ाई को मुकाम तक पहुंचाने में राजपाल बिष्ट का सहयोग महत्वपूर्ण है 25 वर्षों से बड़े भाई को हम पत्रकारिता के क्षेत्र में देखते रहे और हर समय रूबरू होने का अवसर प्राप्त होता है उन्हें इस सम्मान के लिए हार्दिक बधाइयां एवं शुभकामनाएं। यह सम्मान शशि भूषण पैठाणी पत्रकार के द्वारा अपने गांव में आयोजित कार्यक्रम में आज उन्हें दिया गया।
लक्ष्मण सिंह नेगी की रिपोर्ट