देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल युवा प्रकोष्ठ द्वारा जारी अनिश्चितकालीन धरने के 15वें दिन पूरे होने के बाद क्रमिक अनशन के दूसरे दिन विभिन्न भर्तियों में घोटाले एवं सीबीआई जांच को लेकर क्रमशः प्रमिला रावत, किरण रावत, शकुंतला रावत, तरूणा जगूड़ी तथा विक्रम राठौर क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे।
सहायक अध्यापक परीक्षाओं में धांधली को लेकर 2018 तथा 2021 बैच के अभ्यर्थियों ने युवा उक्रांद के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट को समर्थन पत्र सौंपकर एल टी परीक्षाओं में घोटाले की सीबीआई जाँच की मांग की। युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट ने कहा कि एल टी भर्ती परीक्षा भी अन्य भर्तियो की भाँति संदिग्ध कंपनी ;त्डैद्ध द्वारा ही संपन्न कराई गयी। इससे यह स्पष्ट होता है कि इस परीक्षा में भी पूर्ण रूप से फर्जी तरीके से अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। अतः इन परीक्षाओं की सीबीआई जाँच होनी चाहिए। युवा प्रकोष्ठ से प्रीति थप्लियाल ने कहा आज 15 दिन होने पर भी सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। अब यह लड़ाई सिर्फ घोटालों की सीबीआई जांच तक सीमित नहीं रह गई है, अपितु अब उत्तराखंड राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त करने के लिए आंदोलन किया जाएगा। बारी बारी से दोनों राष्ट्रीय दलों ने उत्तराखंड राज्य के जल, जंगल और जमीन को लूटा है।
यदि जांच की जाए तो दोनों राष्ट्रीय दलों के अधिकांश सफेदपोश सलाखों के पीछे होंगे। यही वजह है कि माननीय मुख्यमंत्री सीबीआई जांच के आदेश नहीं दे पा रहे हैं। जो कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। कार्यकारी जिलाध्यक्ष देहरादून किरन रावत ने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय में जिस प्रकार से अपने सगे संबंधियों को और आर एस एस के सदस्यों को फर्जी तरीके से नियुक्त किया गया है। अब शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत का नैतिक कर्तव्य बनता है कि वे स्तीफा दें। युवा जो कि किसी राज्य का मजबूत स्तंभ होते हैं, सड़कों पर नारे लगा रहे हैं। वह राज्य मजबूत कैसे होगा जहां के युवा लगातार सड़कों पर है जहां की महिलाओं के अधिकार छीन लिए गए हैं।
अब तो यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार चाहती ही नहीं है कि उत्तराखंड के युवाओं को रोजगार दिया जाए। उक्रांद ने भर्ती की सीबीआई जांच की मांग की थी। माननीय मुख्यमंत्री ने पांच परीक्षाओं को निरस्त करके ईमानदारी से परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है। धरने में दीपक मधवाल, प्रमिला रावत, उत्तम रावत, प्रीति थपलियाल, उत्तरा पंत बहुगुणा, राजेश रावत, मीनाक्षी घिल्डियाल, सोमेश बूढ़ाकोटी, दीपक घिल्डियाल, सतीश जुयाल आदि उपस्थित थे।