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01-टनल के अन्दर पानी मे डूबा पंप।
02- टनल के अन्दर से पूरी रफ्तार से निकलता पानी।
03-दलदल व पानी का लेबल बढने से मशीनों को कार्य करने में हो रही है दिक्कतें।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। मौत की टनल के अन्दर 25वें दिन भी नहीं पहंुच सके लापता 35 लोगांे के करीब। दलदल व पानी के कारण कार्य करने मंे भी हो रही है दिक्कतें।
ऋषि गंगा त्रासदी के 25वें दिन भी सात फरवरी को टनल मे फॅसे 35लोगों का सुराग नही लग सका। एनटीपीसी व उसकी सहायक कंपनियों द्वारा टनल के अन्दर से पानी व मलबा बाहर निकालने का कार्य लगातार जारी है। लेकिन पानी का लेबल बढने से मशीनों को कार्य करने मे दिक्कतो का सामना करना पड रहा है। कई बार तो पानी की मात्रा इतनी बढ जा रही है कि मशीनो को खडे रहने का विवश होना पड रहा है। टनल के अन्दर तो पानी आ ही रहा है, लेकिन ऐसा अंदेशा भी है कि धौली गंगा का पानी भी रिसाव होकर टनल के अन्दर प्रवेश कर रहा है।
हाॅलाकि टनल के अन्दर सफाई करते हुए एसएफटी-सिल्ट फ्लशिंग टनल के मुख्य द्वार तक पंहुच गए है। लेकिन वहाॅ पानी का लेबल बढ जाने के कारण कार्य किए जाने मे दिक्कते हो रही है। बहरहाल 25दिन बीत गए है और टनल के अंन्दर फॅसे लोगो के परिजनो को अब अपनो के शव का इंतजार है ताकि धार्मिक संस्कारो को किया जा सके।