फरवरी में इस बार उत्तराखंड में आठ बार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से बीते 15 साल का रिकॉर्ड टूटा है। पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह के अनुसार सामान्यत: उत्तराखंड में फरवरी में चार बार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होता है। मगर इस बार आर्कटिक ब्लास्ट के चलते फरवरी में बीते 15 साल के सभी रिकॉर्ड धराशायी हो गये हैं।
इस बार फरवरी में आठ बार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। जिसके चलते उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में छह बार बर्फबारी और आठ बार हल्की और मध्यम से लेकर तेज बारिश हो चुकी है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. सिंह बताते हैं कि फरवरी में उत्तराखंड में सामान्य तौर पर 30 मिमी. बारिश होती है। मगर इस बार फरवरी में 38 मिमी. बारिश के साथ ही छह बार उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी भी हो चुकी है।
जानकार इसके लिए आर्कटिक ब्लास्ट को जिम्मेदार मान रहे हैं। डॉ. सिंह ने मौजूदा मार्च में भी दो से तीन बार पश्चिमी विक्षोभ हवाओं के सक्रिय होने और हल्की से मध्यम बारिश के साथ उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी होने की संभावना जताई है।