फोटो..रेल परियोजना अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक मे मौजूद डी एम व अन्य अधिकारी।
प्रकाश कपरवान
जोशीमठ, चमोली। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के निर्माण कार्यो की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने समय से निर्माण कार्यो को पूरा करने के निर्देश परियोजना अधिकारियों को दिए।
सोमवार को जिलाधिकारी ने क्लेक्ट्रेट सभागार में रेल परियोजना के अधिकारियों के साथ निर्माण कार्यो की प्रगति समीक्षा की। उन्होंने कहा कि परियोजना के निर्माण में जिला स्तर से जो भी कार्य अपेक्षित है वह समय पर किए जाएगे। उन्होंने रेलवे के अधिकारियों को माइनिंग, बैचिंग प्लांट, स्टोन क्रैशर लगाने एवं अन्य जरूरतों के लिए निर्धारित प्रारूप पर ही आवेदन करने के निर्देश दिए ताकि समय से नियमानुसार अनुमति जारी की जा सके। जिलाधिकारी ने निर्माण कार्य के दौरान उत्सर्जित मलबे में से उपलब्ध उपयुक्त पत्थर एवं अन्य खनिजो के उपयोग की दशा में रॉयल्टी राजकोष में तत्काल जामा करवाने के भी निर्देश दिए। कहा कि राॅयल्टी जमा न करने पर जुर्माना भी देना होगा। साथ पत्थर एवं अन्य खनिजो के उपयोग की मासिक विवरण प्रत्येक महीने उपलब्ध कराना को कहा। ताकि राॅयल्टी का ठीक से आंगणन किया जा सके।
परियोजना के तहत टनल निर्माण में कन्ट्रोल ब्लास्टिंग की अनुमति चाहने पर जिलाधिकारी ने ब्लास्टिंग के पूरे नार्म के साथ डिटेल प्लान उपलब्ध कराने की बात कही। कहा कि टनल के आसपास या इसके ऊपर जो भी बसावटें है उनका गहनता से सर्वे करें और कितने डायमीटर में ब्लास्टिंग का प्रभाव हो सकता है इसकी रिपोर्ट दें। ताकि कही पर भी सुरक्षा की दृष्टि से अग्रिम कोई कार्यवाही की जानी हो तो समय पर की जा सके। सिवाई में मुआवजा वितरण के दो साल बाद भी कुछ मकान मालिकों द्वारा मकान खाली न करने पर जिलाधिकारी ने मकान मालिकों को अंतिम नोटिस जारी कर मकान खाली कराने के निर्देश राजस्व उप निरीक्षक को दिए ताकि परियोजना के निर्माण में कोई बाधा न रहे।
रेल परियोजना के एजीएम विजय ढंगवाल ने प्रजेंटेशन देते हुए बताया कि 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश.कर्णप्रयाग रेल लाइन पूरा करने हेतु दिसंबर 2025 तक का लक्ष्य निर्धारित है। इसमें 12 स्टेशनए 17 सुरंगों व 35 ब्रिज बनेंगे। चमोली में गौचर भटनगर और सिवाई में स्टेशन बनने है। यहाॅ पर अप्रोच रोडए रेल और रोड ब्रिज बनाने का कार्य चल रहा है। यह भी बताया गया कि उत्तराखंड के चारधाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ व बदरीनाथ को रेल सेवा से जोडने के लिए 327 किमी की चार रेलवे लाइन अलाइनमेंट पर कार्य किया जा रहा है। बैठक में अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल, एजीएम रेलवे विजय ढंगवाल, डीजीएम पीपी बडोगा आदि उपस्थित थे।