देहरादून। सर्वजन स्वराज पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डीके पाल ने एक बयान जारी करते हुए सर्वजन स्वराज पार्टी राज्य के तमाम ज्वलन्त मुद्दों को लेकर सड़कों पर उतरने के लिए तैयार है। 20 सालों की राष्ट्रीय दलों की सरकारों के खिलाफ मुखर होने की जरुरत है। दस साल राज्य की सत्ता में रहते हुए सत्ताधारी दल बीजेपी इस हिमालयी राज्य का बहुत बड़ा नुकसान किया है। राज्य को 71 हजार करोड़ से अधिक का कर्जदार बनाने वाले कांग्रेस-बीजेपी बारी-बारी राज्य को लूट रहे हैं। वहीं दिल्ली पहाड़ में उतरने का दावा कर रही आम आदमी पार्टी इन दोनों राष्ट्रीय दलों से अलग नहीं है। उत्तराखंड के हालातों से बेखर इस दल के दिल्ली के उप मुख्यमंत्री सिर्फ हवा में दावे कर रहे हैं। उनकी बातों से लग रहा है कि वह खुद भ्रम में हैं।
सर्वजन स्वराज पार्टी ऐसी तमाम राष्ट्रीय दलों और ऐसे राष्ट्रीय नेताओं की खोखली बातों और झूठी बयानों का विरोध करता है।सर्वजन स्वराज पार्टी राज्य की एकमात्र क्षेत्रीय विकल्प बनने की राह पर है। सर्वजन स्वराज पार्टी 20 वर्ष से इन दलों द्वारा राज्य के साथ किए गए सौतेले व्यवहार का जवाब मांगती है। उत्तराखंड की सबसे अधिक सिचाई विभाग इसके अलावा आवास विकास समेत ग्यारह विभागों की अरबों की परिसंम्पत्तियाें को यूपी के कब्जे में देने की सत्तारूढ़ दल की चाल को जनता के सामने बेनकाब करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। 20 सालों में इन सरकारों ने उत्तराखंड की परिसंम्पत्तियां वापस लाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाये। अब कांग्रेस व बीजेपी मिलकर इन्हें उत्तर प्रदेश सौंपने का षडयंत्र रच रहे हैं। ये संपत्तियां राज्य की हैं, किसी की बपौती नहीं हैं, जो किसी को भी सौंप दे। इनसे राज्य के युवाओं के रोजगार के अवसर जुड़े हुए हैं।
दोनों राष्ट्रीय पार्टियों की सरकारें पहाड़ी जनपदों में स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा समेत तमाम सुविधाएं देने में पूरी तरह विफल रही हैं। नए स्कूल कालेज खोलने के बजाय यह सरकार साढ़े तीन हजार स्कूलों को हमेशा के लिए बंद कर चुकी है। सर्वजन स्वराज पार्टी सत्ता में रही इन पार्टियों के इस तरह के चरित्र का उजागर कर राज्य में एक क्षेत्रीय विकल्प खड़ा करने की ओर अग्रसर है।