हाईटेक और वाल्वो बसों से यात्रियों के चोरी किए गए 43 लैपटॉप बरामद किये गए हैं, साथ पुलिस ने चोरी करने वाले सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, ये लोग वॉल्वो बसों में मौका पाकर यात्रियों के बेग में लैपटॉप के स्थान पर टाइल रख देते थे, आरोपी राजस्थान, नई दिल्ली, मुरादाबाद, अमरोहा के रहने वाले हैं।
पटेलनगर पुलिस ने चोरी का पर्दाफाश कर गिरोह के सरगना समेत सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने 43 लैपटॉप बरामद किए हैं। एसएसपी कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि लंबे समय से हाईटेक बसों और वाल्वो बसों में यात्रियों के लैपटॉप चोरी होने की सूचना मिल रही थी।
इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। पटेलनगर कोतवाली प्रभारी सूर्यभूषण नेगी के नेतृत्व में चार टीमों का गठन किया गया। बताया कि आईएसबीटी बस अड्डे के अंदर और बाहर खड़े लोगों के सीसीटीवी फुटेज देखे गए। इस दौरान कुछ संदिग्ध युवकों को चिन्हित किया गया, जो बार-बार हाईटेक बसों में सफर करते दिख रहे थे। पुलिस ने 3 जुलाई को दबिश देकर आईएसबीटी से चार लैपटॉप समेत दो संदिग्धों को पकड़ा था इसके बाद दोनों से गहन पूछताछ के बाद पुलिस इनके पांच अन्य साथियों तक भी पहुंच गई।
पूछताछ में नाम राजेंद्र पुत्र पूरण सिंह निवासी ग्राम डयोटी थान बछरायु अमरोहा उप्र और अजहर पुत्र नफीस अहमद निवासी ग्राम वारसीनगर आंशिक थाना मुगलपुरा मुरादाबाद उप्र बताये। पूछताछ के बाद दोनों ने बसों से लैपटॉप चोरी करने की बात स्वीकार की।
इसके बाद उन्होंने पोंटा साहिब में अपने पांच सदस्यों के होने की जानकारी दी।इस पर पुलिस ने दिल्ली नंबर की कार से पांचों को गिरफ्तार कर लिया। कार की तलाशी लेने पर 39 लैपटॉप मिले।उन्हें कोतवाली लाकर पूछताछ क गई।पूछताछ में नाम प्रमोद पुत्र वीर सिंह निवासी ग्राम अकोंघा थाना चांदपुर बिजनौर, संजीव कुमार ऊर्फ मोंटू पुत्र रणवीर सिंह निवासी ग्राम डयोटी थान बछरायु अमरोहा उप्र, अब्दुल सलीम पुत्र खान मोहम्मद निवासी वार्ड नंबर 22 नियर एलबीएस स्कूल थाना भादरा जिला हनुमानगढ़ राजस्थान, मो. सलीम पुत्र अहमद हसन निवासी ग्राम चुचैलाकला थाना धनौरा तहसील धनौरा अमरोहा हाल पता अबुल फजल एन्कलेव डी-331 जामियानगर थाना जामियानगर नई दिल्ली, जितेंद्र पुत्र विजेंद्र निवासी ग्राम बुढानपुर माफी बसेड़ा नौगांवा सादात अमरोहा बताये। बताया कि अब्दुल, सलीम और जितेंद्र चोरी किए गए लैपटॉप को खरीदते थे। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।