चौरास क्षेत्र के मढ़ी, सांक्रौं, मंगसू व सुपाणा आदि गांवों के ग्रामीणों ने चौरास मोटर पुल से होकर जाने वाली सड़क के न बनने पर लोक सभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों ने कहा है कि आपदा के छह साल गुजरने के बावजूद अभी तक आपदा में ध्वस्त हुए मोटर मार्ग का निर्माण राज्य व केंद्र सरकार नहीं कर पाई है। जिससे उन्हें एक किमी. की दूरी के लिए छह किमी. का सफर करना पड़ रहा है।
चौरास क्षेत्र के ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों की हुई बैठक में ग्राम प्रधान मंगसू राजेंद्र प्रसाद बहुगुणा व क्षेत्र पंचायत सदस्य केशवानंद बहुगुणा, नरेंद्र झल्डियाल, लक्ष्मी प्रसाद भट्ट, ओम प्रकाश रावत, राकेश सिंह सजवाण, माध्वानंद बहुगुणा आदि ने कहा कि आपदा में केंद्र व राज्य सरकार ने सड़कों के निर्माण के लिए अंधाधुंध बजट पास किया। लेकिन आपदा में ध्वस्त हुए मोटर मार्ग से असुविधा झेल रहे चौरास क्षेत्र के ग्रामीणों की सुध किसी ने नहीं ली।
उन्होंने कहा कि चौरास के नवनिर्मित मोटर पुल का उद्घाटन तो हो गया है, लेकिन इस मोटर मार्ग से बिना सड़क के वाहनों की आवाजाही नहीं होने से लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने आपदा से ध्वस्त हुए सड़क के करीब 500 मीटर हिस्से को दुरूस्त किए जाने पर ही मतदान के लिए जाने की बात कही।