ज्योतिर्मठ, 27फरवरी।
उत्तराखंड सरकार और राष्ट्रीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के संयुक्त तत्वावधान में उत्तराखंड के युवाओं को स्वरोजगार और उद्यमशीलता की दृष्टि से सफल बनाने के लिए चलाई जा रही देवभूमि उद्यमिता योजना की बारह दिवसीय कार्यशाला का आज राजकीय महाविद्यालय जोशीमठ में शुभारंभ हुआ ।
कार्यशाला मे बतौर मुख्य अतिथि देवभूमि उद्यमिता योजना के राज्य स्तरीय प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर डॉ. सुमित कुमार ने उपस्थित प्रशिक्षुओं को योजना के उद्देश्यों के बारे में विस्तार से बताया और अब तक हासिल उपलब्धियों की चर्चा की।
उन्होंने कहा कि देवभूमि उद्यमिता योजना नवोन्मेषी विचारों को लेकर युवाओं को स्थानीय स्तर पर संभव रोजगार के अवसरों के बारे में परिचित और प्रशक्षित करती है और राज्य सरकार के स्तर पर इस योजना के अंतर्गत युवा उद्यमियों के लिए प्रोत्साहन स्वरूप 75 हज़ार की धनराशि दी जाती है जो प्रगति के साथ साथ बढ़ती जाती है । इसके साथ ही उद्यमिता छात्रवृत्ति योजना भी है जिसे वर्तमान में कई नए छात्र उद्यमियों को दिया जा रहा है।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर प्रीति कुमारी ने कहा कि युवाओं को उद्यमशीलता को समर्पित इस 12 दिवसीय कार्यशाला का अधिकतम लाभ लेना चाहिए ताकि वे व्यक्तिगत विकास के साथ साथ उत्तराखंड के सुदूर और सीमांत में बसे इस क्षेत्र को आर्थिक विकास का नया वातावरण दे सकें ।
महाविद्यालय में देवभूमि उद्यमिता योजना के नोडल अधिकारी डॉ. नंदन रावत ने अतिथियों का औपचारिक स्वागत और अभिनंदन किया। देवभूमि उद्यमिता योजना प्रशिक्षक टीम से गिरिधर बिष्ट और वीरेंद्र सिंह बिष्ट भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे ।
डॉ. चरणसिंह केदारखंडी के संचालन में सम्पन्न होने वाले इस उद्घाटन समारोह में वरिष्ठ प्रोफेसर सत्यनारायण राव, डॉ. जी. के. सेमवाल, डॉ. राहुल तिवारी, डॉ. नवीन कोहली, डॉ. रणजीत सिंह मर्तोलिया ,डॉ. शैलेन्द्र सिंह, डॉ. धीरेंद्र सिंह, डॉ. किशोरी लाल, हरीश नेगी, जगदीश लाल, पुष्कर लाल, शिव सिंह, अजय सिंह, आनंद सिंह, अनीता, नंदी राणा आदि शामिल रहे।
प्रशिक्षण के विभिन्न सत्रों में अलग अलग क्षेत्र के दक्ष , कुशल और अनुभवी उद्यमियों, प्रशिक्षकों और मार्गदशकों का व्याख्यान आयोजित किया जाएगा और प्रशिक्षुओं की फील्ड विजिट भी करवाई जाएगी।