कमल बिष्ट/उत्तराखंड समाचार।
कोटद्वार। हल्दुखाता गढ़वाल सर्वोदय मंडल एवं कण्वाश्रम ग्राम स्वराज्य समिति के संयुक्त तत्वाधान में बोक्षा जनजाति बालिका विद्यालय हलदुखाता में एक सभा का आयोजन किया गया जिसमें सर्वोदय के संस्थापक, भूदान आंदोलन के प्रणेता भारतरत्न आचार्य विनोवा भावे की 130 वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई, गांधी, विनोवा व जयप्रकाश नारायण के चित्रों के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सर्वोदय विचारों के प्रवाह हेतु गांधीवादी नेत्र सिंह रावत को भारतरत्न आचार्य विनोवा भावे स्मृति सम्मान-2025 से सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह व सम्मान पत्र भेंट किया गया।
सभा को संबोधित करते हुए गढ़वाल सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष डॉ. सुरेन्द्र लाल आर्य ‘सर्वोदयी पुरूष’ ने कहा कि गांधी जी की प्रेरणा से आचार्य विनोवा भावे ने 13 मार्च 1948 को सर्वोदय समाज का गठन किया जिसका उद्देश्य सत्य व अहिंसा पर आधारित ऐसा समाज बनाना जिसमें जात-पात न हो जिसमें किसी को भी शोषण करने का मौका न हो, समता व सर्वधर्म समभाव का विस्तार हो, जिसमे समूह व व्यक्ति दोनों को विकास करने का पूरा अवसर हो। मुख्य अतिथि डॉ० आरती बहुगुणा चिकित्सक हंस फाउंडेशन ने कहा कि आचार्य विनोवा भावे ने 1951 में भूदान की स्थापना की जिससे पूरे देश मे भूमिधरों से भूमि दान लेकर भूमिहीनों में आबंटित की गई, उन्होंने कहा कि विनोवा जी के योगदान को स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। सभा को सम्पति नेगी ‘संध्या’, राकेश अग्रवाल, नेत्र सिंह रावत, शूरवीर खेतवाल, विनय रावत, धर्मपाल सिंह बिष्ट आदि ने संबोधित किया।
सभा की अध्यक्षता एमकेवीएन के निदेशक प्रकाश चंद्र कोठारी ने व संचालन राजेन्द्र प्रसाद पंत व डॉ. सुरेन्द्र लाल आर्य ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर सभा में दीपक कुकरेती, डॉ. गीता रावत शाह, बृजेन्द्र सिंह, डॉ. रमाकांत कुकरेती, मंजू रावत, प्रशांत चौधरी, जोहनी, कंचन रावत, कुलमान सिंह, यशपाल सिंह, बृजेन्द्र नेगी, धीरेंद्र सिंह नेगी, अनुज चौधरी आदि मौजूद रहे।