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-भगवान जाख देवता का श्रीविग्रह जिन्हें छ माह के लिए भ्रमण पर ले जाया जाऐगा।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। 77वर्षों के बाद टंगणी के जाख देवता का भ्रमण कार्यक्रम तय। वसंत पंचमी पर्व पर जाख देवता के लिए लाठ निकालने के साथ ही भ्रमण कार्यक्रम का श्रीगणेश हुआ।
करीब 77वर्षो के अंतराल के बाद टंगणी तल्ली के जाख देवता आगामी विजयदशमी के पर्व पर छ माह के भ्रमण के लिए मंदिर से बाहर निकलेगे। वसंत पंचमी पर्व पर डुमक के बजीर देवता व बेमरू के लाटू देवता के पश्वााओं-अवतारी पुरूषो की मौजूदगी मे पूजा/अर्चना के बाद दूरस्थ क्षेत्र से जाख देवता के लाठ निकाली गई। लाठ निकालने की इस धार्मिक पंरपरा के दौरान गाॅव के कुल पुराहित द्वय पंडित प्रेमबल्लभ सती व पंडित कैलाश सती के साथ ही सभी पश्वा मौजूद रहे। अब इसी लाठ पर जाख देवता की मूर्ति प्रतिस्थापित कर छ महीनो का भ्रमण कराया जाऐगा।
वंसत पंचमी पर्वं पर टंगणी-तल्ली के जाख देवता मंदिर मे आचार्य कैलाश च्रद सती व प्रेमबल्लभ सती द्वारा पूरे विधि-विधान के साथ पूजा/अर्चना की गई। इस दौरान डुमक के बजीर के पश्वा जगदीश सिंह सनवाल व बेमरू के लाटू देवता के पश्वा संजय सिंह की मौजूुदगी मे टंगणी के जाख देवता व नंदा माता के पश्वा ने अवतरित होकर जाख देवता भ्रमण कार्यक्रम का श्रीगणेश किया व भ्रमण के लिए अपना आर्शीबाद दिया। विजयादशमी पर्व पर भ्रमण पर निकलने से पूर्व श्रावण मास मे गाॅव मे महाविद्या पाठ को आयोजन किया जाऐगा। इस प्रकार वसंत पंचमी पर्व से ही जाख देवरा कार्यक्रम का शुभारंभ हो गया है। अब विजयादशमी तक समय-समय पर अनेक अनुष्ठान व पूजाएं संपादित होती रहेगी।
करीब 77वर्षो के अंतराल मे भ्रमण पर निकलने वाले जाख देवता के देवरा यात्रा को लेकर ग्रामीणों मे भारी उत्साह है। गाॅव से बाहर निवासरत ग्रामीण भी वंसत पंचमी के मौके गाॅव मे पंहुचकर पूजा प्रक्रियाओं मे शामिल होकर जाख देवरा यात्रा को संपन्न कराने का संकल्प लिया।
जाख देवता समिति के अध्यक्ष प्रदीप भटट, संरक्षक गोविंद प्रसाद डंगवाल ने सभी ग्राव वासियों से पूजा समिति द्वारा तय किए कार्यक्रमानुसार समय-समय पर गाॅव मे पंहुचने का आग्रह किया है। जाख देवरा के लिए ग्रामीण बडे की उत्साह के साथ दान राशि व सामग्री भी भेंट कर रहे है।
वसंत पंचमी के मौके पर दो दिवसीय पूजा कार्यक्रम मे ग्राम प्रधान हीरा सिंह पंवार, पूर्व प्रधान कविता डंगवाल व नंदा देवी सेमवाल, रघुबीर सिह पंवार, सुखदेव भटट, अनिल डंगवाल, विजय सेमवाल, आशीष भटट, सुशील सेमवाल, मोहन प्रसाद डंगवाल, जगत सिंह, जयशंकर प्रसाद डंगवाल, प्रमोद भटट, हरीश भटट, शांति प्रसाद भटट, राकेश डंगवाल परमानंद सेमवाल, राजकिशोर डंगवाल, प्रदीप डंगवाल, लखपत सिंह चैहान व बृजमोहन डिमरी सहित सभी ग्रामीण मौजूद रहे।












