देहरादून। उत्तराखंड आंदोलन में बेहद सक्रिय भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ आंदोलनकारी जीतपाल बर्त्वाल की कल रात एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। उनके निधन से राज्य आंदोलनकारियों में शोक है, विभिन्न संगठनों ने बत्र्वाल के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
जीतपाल बर्त्वाल राज्य आंदोलन के दौर में देहरादून में हुए आंदोलन में बेहद सक्रिय थे। वह संयुक्त संघर्ष समिति के देहरादून जिलाध्यक्ष रणजीत सिंह वर्मा के सबसे करीबी सहयोगियों में से थे। वह मुजफ्फरनगर कांड में भी घायल हुए थे। श्री बत्र्वाल इस मामले में सीबीआई के गवाह भी थे।
उत्तराखंड आंदोलनकारी मंच के वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी व संगठन के गढ़वाल मण्डल प्रभारी थे। जीतपाल बर्त्वाल की उम्र 65 साल थी, वह करीब पांच साल पहले शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे। वह एक शादी समारोह से अपने घर लौट रहे थे, आईएसबीटी के पास उनकी मोटरसाइकिल ट्रक की चपेट में आ गई, मौके पर ही उनका देहांत हो गया। वह अपने पीछे पत्नी के साथ दो पुत्र एवं दो पुत्रियां छोड़ गये।
उत्तराखंड राज्य आंदोलन के इस कर्मठ सिपाही को हमारी श्रद्धांजलि, आंदोलन के पुरोधा को शत-शत नमन।